ज़िन्दगीनामा

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उषादेवी मित्रा : प्रेमचंद भी मुरीद थे लेकिन साहित्य में अनचीन्ही रह गईं

उस समय की स्थापित लेखिकाओं में सुभद्रा कुमारी चौहान, होमवती देवी, कमला चौधरी, सत्यवती मलिक, चन्द्रकिरण सोनरेक्सा का आदि का नाम लिय...

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अपने दौर की बेख़ौफ़ और बेलाग लेखिका सुघरा मेहदी

सुघरा जी की बौद्धिक धारणाएं उनके चाचा डॉ. आबिद हुसैन की छत्रछाया में विकसित हुई। उनकी दार्शनिक विश्लेषणों से वे प्रभावित थीं इसलिए...

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रशीदा बी और चंपा देवी - जो बनीं गैस पीड़ितों की आवाज़

19 अप्रैल 2004 को रशीदा बी और चम्पा देवी शुक्ल के संघर्ष को देखते हुए सैन फ्रांसिस्को, कैलिफोर्निया में आयोजित समारोह में गोल्डमैन...

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विदिशा की सांसद बन विदेश मंत्री के ओहदे पर पहुंचीं

पढ़ाई पूरी करने के बाद उन्होंने पहले जयप्रकाश नारायण के आन्दोलन में बढ़-चढ़ कर हिस्सा लिया। आपातकाल का पुरजोर विरोध करने के बाद वे...

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मध्यप्रदेश की पहली महिला राज्यसभा सदस्य सीता परमानंद

अप्रैल 1901 को रत्नागिरी (महाराष्ट्र) में जन्मी सीता परमानन्द एक विदुषी महिला थीं। उन्होंने हाई स्कूल की परीक्षा इंडियन गर्ल्स स्क...