जीवन के प्रत्येक मोड़ पर दु:खों को झेलते होती हुए, संघर्ष करते हुए प्रीति ने यह साबित किया है कि मन में कुछ नया करने की उम्मीद इंसा...
बचपन में वे बहुत ही शर्मीली सी बच्ची थीं, लोगों से ज्यादा घुलना मिलना पसंद नहीं था, यहाँ तक कि गिर जाने के डर से खेलने भी नहीं जात...
कमल जी ने जावेद अख़्तर की माता जी सफ़िया आपा से भी तालीम हासिल की थी और शायरी और कविताएं लिखना शुरू किया।
हॉकी और वालीबॉल के कई राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय मैचों में हिस्सा लिया और पदक हासिल किये।
मध्य प्रदेश सहित भारत के राष्ट्रीय पटल पर मालवा की बोली मालवी को संरक्षित करने का प्रयास कर रही है आगर मालवा की बेटी हेमलता 'भोली...
मध्यप्रदेश खेल अकादमी में प्रवेश के महज तीन महीने बाद ही आयोजित 6वीं राज्य शूटिंग चैंपियनशिप, भोपाल के डबल जूनियर में 2 स्वर्ण पदक...