कहा- पत्नी के कहने पर अलग रहना संस्कृति नहीं
कोर्ट ने कहा - हिंदू पत्नी को इस्लाम में धर्मांतरण के लिए मजबूर करना क्रूरता
न्यायालय ने कहा कि भरण-पोषण निर्धारित करने के लिए प्राथमिक परीक्षण यह है कि क्या पत्नी उसी जीवन स्तर पर अपना भरण-पोषण कर सकती है,...
हाईकोर्ट कहा- लिव-इन रिलेशनशिप को सामाजिक मान्यता नहीं है, लेकिन कानून की नजर में यह अवैध नहीं है।
कोर्ट ने इस बात पर जोर दिया कि दो हिंदुओं के बीच विवाह पवित्र है और इसका भंग केवल कानून में मान्यता प्राप्त कारणों से ही होगा।
इंस्पेक्टर पर दुष्कर्म के आरोप गलत, अब इन धाराओं में चलेगा केस