पीठ ने कहा कि विवाह का आधार आपसी सम्मान, सहनशीलता और समायोजन होता है।
मध्यप्रदेश हाईकोर्ट की युगल पीठ ने लिव इन रिलेशनशिप को लेकर दिए जाने वाले शपथ पत्रों पर की गंभीर टिप्पणी, शपथ पत्र को समाज और महिल...
हाईकोर्ट बोला- बिना प्रमाण नपुंसक कहना मानसिक क्रूरता:पत्नी ने कहा था- पति यौन संबंध बनाने में असमर्थ, फैमिली कोर्ट का आदेश निरस्त...
हिन्दू विवाह अधिनियम की धारा 13 के प्रावधानों के तहत ही हिन्दू पति-पत्नी के बीच तलाक संभव है।
कोर्ट ने स्पष्ट कहा कि “तीन तलाक अब कानूनी रूप से अवैध है। मुस्लिम महिला (विवाह अधिकार संरक्षण) अधिनियम, 2019 के अनुसार, इस प्रकार...
हाईकोर्ट ने माना कि बच्चे का भरण-पोषण करना पिता की जिम्मेदारी है और यह अधिकार माता-पिता के आपसी समझौते से खत्म नहीं किया जा सकता।