शूटर प्रीति रजक जिसके हुनर से दुनिया भी हैरान है

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शूटर प्रीति रजक जिसके हुनर से दुनिया भी हैरान है

छाया: दैनिक भास्कर 

• सारिका ठाकुर

निशानेबाजी की दुनिया में मध्यप्रदेश का नाम रोशन करने वाली अंतर्राष्ट्रीय खिलाड़ी प्रीति रजक को 'सिल्वर गर्ल' कहा जा सकता है।  26 दिसंबर 2022 को एकलव्य पुरस्कार के लिए इस बेटी का नाम जब मंच से पुकारा गया तो उसके माता-पिता ख़ुशी से झूम उठे। इस मुकाम तक पहुँचने में एक ओर प्रीति की मेहनत और लगन का योगदान है तो दूसरी तरफ बच्चियों के लिए समर्पित उसके माँ-बाप की भूमिका भी कम नहीं है। प्रीति अपनी सफलता का श्रेय मप्र खेल अकादमी को देती हैं जिसने उसकी प्रतिभा को न केवल पहचाना, बल्कि उसे संवारने-निखारने में महत्वपूर्ण योगदान दिया।  

प्रीति का जन्म 6 नवम्बर 2002 में इटारसी, जिला होशंगाबाद में हुआ। इनकी एक बड़ी बहन शालिनी हैं और वे भी अंतर्राष्ट्रीय स्तर की शूटर हैं। प्रीति के पिता दीपक रजक ड्रायक्लीनिंग की दुकान चलाते हैं जबकि उनकी माँ ज्योत्स्ना रजक समाज सेविका हैं। प्रचलित धारणा के अनुसार इनका भी यह मानना था कि प्राइवेट स्कूलों में सरकारी स्कूलों से बेहतर शिक्षा प्राप्त होती हैं लेकिन एक वक़्त ऐसा भी आया जब आर्थिक कठिनाइयों के कारण प्राइवेट स्कूल से बच्चियों को निकाल कर सरकारी स्कूल में दाखिला करवा दिया गया। बाद में प्रीति की स्कूली शिक्षा महावीर जैन हायर सेकेंडरी स्कूल से हुई।

वर्ष 2015 में प्रीति के माता-पिता को पता चला कि मध्यप्रदेश खेल अकादमी बच्चों को खेल-कूद के लिए प्रशिक्षित करती है। इस पहली जानकारी के साथ ही जैसे दोनों बच्चियों का भविष्य तय हो गया। रजक परिवार भी अपनी बच्चियों को लेकर अकादमी गया, जहां पहली बार में ही उनकी बड़ी बेटी शेफाली रजक का चयन निशानेबाजी के क्षेत्र में हो गया। उस समय प्रीति चूक गई थी, लेकिन उसके अगले वर्ष वह अकादमी द्वारा चुन ली गई। इसके बाद उन्होंने पीछे मुड़कर नहीं देखा।

उल्लेखनीय है कि शासकीय स्तर पर प्रदेश में कई खेल अकादमियों की स्थापना की गई है ताकि प्रदेश के प्रतिभावान खिलाड़ियों को उचित प्रशिक्षण दिया जा सके। इन अकादमियों में खिलाड़ियों को पौष्टिक भोजन और आवास के साथ मानसिक रूप से मजबूत बनने का प्रशिक्षण भी दिया जाता है। भोपाल शूटिंग अकादमी में प्रीति को अपनी खूबियों को निखारने और कमियों को दूर करने का भरपूर अवसर मिला।

1 जून 2016 को भोपाल के शूटिंग अकादमी में प्रीति ने प्रवेश किया। उस समय उसकी उम्र 15 वर्ष थी। अकादमी में अभ्यास का सिलसिला शुरू हुआ और उसके महज तीन महीने बाद 8 सितम्बर 2016 से 10 सितम्बर 2016 में आयोजित 6वीं राज्य शूटिंग चैंपियनशिप, भोपाल के डबल जूनियर में 2 स्वर्ण पदक और डबल ट्रैप वीमेन श्रेणी में 2 रजत पदक अपने नाम कर लिए। इसके बाद अक्टूबर 2016 के 26वें अखिल भारतीय जी.वी. मावलंकर टूर्नामेंट के जूनियर ट्रैप श्रेणी में 1 स्वर्ण और महिला श्रेणी में रजत पदक हासिल किया। उसी वर्ष जयपुर में आयोजित 11वें महाराज डॉ. करणी सिंह टूर्नामेंट के जूनियर श्रेणी में स्वर्ण और महिला श्रेणी में कांस्य पदक अपने नाम किया। संभवतः अपने राज्य से बाहर यह पहला टूर्नामेंट था।

प्रीति एनएससीसी, नई दिल्ली के टूर्नामेंट में वर्ष 2016 से निरंतर 60वें, 61वें 62वें और 64 में शामिल होती रहीं लेकिन सफलता मिली 2019 के 64वें आयोजन में, जिसमें उन्हें टीम गोल्ड और व्यक्तिगत कांस्य पदक प्राप्त हुआ . 2019 के अंत तक वे अंतर्राष्ट्रीय स्तर की निशाने बाज बन चुकी थीं। जून 2019 को फिनलैंड में आयोजित 11वीं अंतर्राष्ट्रीय शॉट गन कप में जूनियर ट्रैप श्रेणी में टीम सिल्वर लेकर उन्होंने सभी को चौंका दिया। 2019 के सितम्बर में ही कज़ाकिस्तान में आयोजित 9वें एशियाई शॉटगन चैम्पियनशिप और दोहा (क़तर) में आयोजित 14 वें एशियाई चैम्पियनशिप के जूनियर ट्रैप में टीम सिल्वर लेकर देश का मान बढ़ाया।

2020 कोविड-19 के कारण दुनिया भर के लिए बहुत हताशाजनक रहा। इस दौरान इक्का-दुक्का ही खेल आयोजन हुए जिसमें प्रीति शामिल ज़रूर हुईं लेकिन आवश्यक प्रशिक्षण और अभ्यास का अवसर उन्हें नहीं मिल पाया। पुनः 2022 में वापसी करते हुए जर्मनी में आयोजित ISSF Junior World Cup. Suhl के जूनियर ट्रैप में और 2022 में ही कोरिया में आयोजित ISSF Junior World Cup changwon के सीनियर ट्रैप में टीम सिल्वर हासिल किया।

उनकी प्रतिभा और उपलब्धियों को देखते हुए उन्हें राज्य सरकार ने वर्ष 20-21 के एकलव्य पुरस्कार से सम्मानित किया ।

• उपलब्धियां

1. 09.07.22 -21.07.22 में आयोजित ISSF वर्ल्ड कप, चेंगवान, कोरिया, सीनियर ट्रैप, इंडिविजुअल पार्टिसिपेशन, उपलब्धि -टीम सिल्वर,  स्कोर -68

2. 08.05.22 --में आयोजित, ISSF जूनियर वर्ल्ड कप, Suhl(जर्मनी) के जूनियर ट्रैप श्रेणी में इंडिविजुअल पार्टिसिपेशन, उपलब्धि - टीम सिल्वर, स्कोर-109

3. 03.06.20191-10.06.2019 में आयोजित 1वें इंटरनेशनल शॉटगन कप, फिनलैंड में जूनियर ट्रैप श्रेणी में भागीदारी, उपलब्धि –टीम सिल्वर, स्कोर 103

4. 30.06.2019 में आयोजित वर्ल्ड चैम्पियनशिप, लोन टो(इटली) में जूनियर ट्रैप श्रेणी में भागीदारी, स्कोर -100

5. 11.07.2019 - 20-07.2019 में आयोजित ISSF Junior World Cup, Suhl(जर्मनी) में जूनियर ट्रैप श्रेणी में भागीदारी, स्कोर -106

6. 18.09.2019 – 30.09.2019 में आयोजित 9वें एशियन शॉटगन चैम्पियनशिप, कज़ाकिस्तान में जूनियर ट्रैप श्रेणी में भागीदारी, उपलब्धि –टीम सिल्वर, स्कोर -93

7. 30.10.2019- में आयोजित 14वें एशियन चैम्पियनशिप, दोहा (क़तर) में जूनियर ट्रैप श्रेणी में भागीदारी, उपलब्धि टीम सिल्वर, स्कोर -102

सन्दर्भ स्रोत : प्रीति रजक से सारिका ठाकुर की बातचीत पर आधारित

© मीडियाटिक

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