टीना भाटिया

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टीना भाटिया

छाया : विकीफ़ोल्डर

प्रतिभा - टेलीविजन, सिनेमा और रंगमंच

18 दिसंबर 1981 को इंदौर में जन्मीं टीना भाटिया एक कुशल अभिनेत्री और नृत्यांगना हैं। उनके पिता श्री मधुसूदन भाटिया मप्र सरकार में राजस्व अधिकारी थे और माँ श्रीमती लक्ष्मी भाटिया एक लोक गायिका। टीना ने ओल्ड डिग्री गर्ल्स कॉलेज से स्नातक किया और फिर कथक में स्नातकोत्तर उपाधि हासिल की। उनकी दो बहनों में से एक, दमयंती मिर्दवाल कत्थक नृत्यांगना हैं और दूसरी, संगीता परमार रेडियो से जुड़ी हुई हैं, जबकि भाई पवन एक स्थापित संगीतकार हैं। टीना को बचपन से ही प्रदर्शन कलाओं में गहरी दिलचस्पी थी। प्रख्यात नृत्यांगना डॉ सुचित्रा हरमलकर से प्रशिक्षित होकर वे मंच पर प्रस्तुतियां देने लगीं, जिन्हें काफी सराहा गया। वर्ष 2003 में कटनी में हुए किरण नृत्य समारोह में टीना को ‘नृत्यश्री सम्मान’ से नवाज़ा गया। 2004 में उन्होंने संजय सपकाल, अनिल चापेकर और सुशील जौहरी के साथ नाटकों में काम करना शुरू कर दिया।

इसी दौरान उन्हें अभिव्यक्ति के इस माध्यम को ठीक से जानने-समझने की ज़रुरत महसूस हुई। उन्होंने राष्ट्रीय नाट्य महाविद्यालय में दाखिले के लिए आवेदन दे दिया और पहली बार में ही वहां उनका चयन हो गया। 2006 में वे इस पढ़ाई के लिए दिल्ली गईं और तीन साल का पाठ्यक्रम पूरा होने के बाद करीब चार साल दिल्ली में ही रंगमंच पर काम करती रहीं। फिर उन्होंने मुंबई का रुख किया। पहले टीवी धारावाहिक और फिर फिल्मों में उन्हें काम मिलना शुरू हुआ। बच्चों की ख़रीद- फ़रोख्त पर बनी ‘ओस’ (2012) उनकी पहली फ़िल्म थी। इसके बाद दूरदर्शन के धारावाहिक ‘जीना इसी का नाम है’ और ‘ज़िन्दगी डॉट कॉम’ में भी उन्होंने काम किया। 2018 में अंग्रेज़ी फ़िल्म ‘इंटरकनेक्ट’ में टीना ने बेला की भूमिका निभाई। फिर ‘गली बॉय’ और ‘गुलाबो-सिताबो’ में काम करने का उन्हें मौका मिला। ‘गली बॉय’ में उनके अभिनय को व्यापक सराहना मिली। मशहूर अभिनेता आयुष्मान खुराना से जब वे पहली बार मिलीं तो उन्हें देखते ही पूछ लिया कि आप तो ‘गली बॉय’ की छोटी अम्मी ही हैं न !

टीना ने शेक्सपीयर के नाटक ‘शैडो ऑफ़ ऑथेलो’ पर आधारित इसी नाम की फ़िल्म में रज़िया की भूमिका निभाई। टीवी धारावाहिक ‘प्यार के पापड़’ (2019) में भी उन्होंने अभिनय किया। 2020 में वे शूजित सरकार की फ़िल्म ‘गुलाबो-सिताबो’ का हिस्सा बनीं, इसी साल सोनी टीवी के शो ‘वेलकम होम’ में भी वे नज़र आईं। वे ‘जय मम्मी दी’, ‘इनर सिटी’ और ‘मैडल और मलाल’ जैसी नई फिल्मों में भी अपने अभिनय के जौहर दिखाएंगी। टीना अभी तक 25 नाटकों में काम कर चुकी हैं, इनमें से एक ‘झुमरू’ के उन्होंने 6 सौ से भी ज़्यादा शोज़ किए हैं। ‘सोनाटा’, ‘सिम्फनी’, ‘सर्वो आयल’,’मुथूट फिनकॉर्प’ और ‘एशियन पेंट्स’ के विज्ञापन भी टीना के खाते में हैं। टीना को स्ट्रेट फ़िल्म अवार्ड्स के तहत सर्वश्रेष्ठ अभिनेत्री और लेकव्यू इंटरनेशनल फ़िल्म फेस्टिवल में बेस्ट फ़ीमेल परफॉरमेंस का ख़िताब मिल चुका है। इसके अलावा कल्ट क्रिटिक मूवी अवार्ड में भी टीना को सर्वश्रेष्ठ अभिनेत्री और ल’ एज डी ऑर इंटरनेशनल आर्ट हाउस फ़िल्म फेस्टिवल का सम्मान प्राप्त हुआ है।

राष्ट्रीय नाट्य महाविद्यालय में टीना के सहपाठी रहे बलराम दास उनके जीवनसाथी भी हैं। वे भी एक जाने माने कलाकार हैं जिन्होंने ‘बदलापुर बॉयज़’, ‘हाईजैक’, ‘गब्बर इज़ बैक’ और ‘ओके जानू’ जैसी अनेक फ़िल्मों में काम किया है।

सन्दर्भ स्रोत : विकी फोल्डर डॉट कॉम

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