रामगढ़ की रानी अवंती बाई ने वीरांगना लक्ष्मीबाई की तरह विदेशी सत्ता के विरुद्ध बगावत का झण्डा उठाया और 1857 के प्रथम स्वाधीनता सं...
झांसी की रानी लक्ष्मीबाई ने अपने बलिदान से स्वाधीनता संग्राम के इतिहास पर अमिट छाप छोड़ी है। उनके शौर्य और पराक्रम की प्रशंसा उनक...
राजा पारीक्षित को जोरन गढ़ी में जिन्दा जलाए जाने की खबर जैसे ही उनकी रियासत जैतपुर पहुंची तो उनकी रानी राजो ने पति की मौत का बदला...
अंग्रेज़ी हुकूमत के विरुद्ध क्रान्ति का झण्डा बुलन्द करने में भारत की वीरांगनाएं भी पीछे नहीं रही हैं। रानी द्रोपदी बाई भी एक ऐसी...
भीमा बाई की संघर्ष गाथा समझने के लिए होलकर वंश की पृष्ठभूमि समझना आवश्यक है। इस वंश की स्थापना मल्हारराव होलकर (प्रथम) ने की थी।