भारत-अमेरिका की संयुक्त पहल में रक्षंदा ने भारत का प्रतिनिधित्व किया और विजेता भी बनी।
इससे पहले ज्योति बीते 6 साल में दुनिया के 17 से अधिक पर्वतों की चढ़ाई कर चुकी है।
लिंगामेंट टूटने के कारण नेशनल काम्पिटिशन से बाहर होना पड़ा, लेकिन दिलो-दिमाग से खुद को टूटने नहीं दिया
डॉ. रीनू समाज सेवा के कार्यों के लिए भी जानी जाती हैं। कुछ समय पहले उन्हें लंदन बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड में कोरोना के समय किए कार्य...
डॉ. अमिया 2019 से टाटा मेमोरियल हॉस्पिटल में 250 लंग कैंसर पेशेंट्स पर रिसर्च कर रही हैं।
एशिया कप हॉकी में कांस्य पदक जीतकर ग्वालियर आगमन पर इशिका चौधरी का भव्य स्वागत किया गया.