इंदौर की गोताखोर पलक ने सिंगापुर नेशनल एक्वेटिक चैंपियनशिप में छह इवेंट में से पांच में पदक जीतकर इतिहास रच दिया। उन्होंने अंडर-19 जूनियर कैटेगरी में तीन स्वर्ण, सीनियर कैटेगरी में एक रजत तथा एक कांस्य पदक प्राप्त किया। सिंगापुर इंटरनेशनल एक्वेटिक चैम्पियनशिप 30 अगस्त से 1 सितंबर तक आयोजित की गई थी।
यह पहला मौक़ा है जब एक ही चैम्पियनशिप में छह अलग-अलग इवेंट में किसी भारतीय लड़की ने पांच पदक एक साथ जीते हैं। पूर्व में वर्ल्ड एक्वेटिक चैम्पियनशिप के लिए भी पलक चुनी गई थीं। वे भारत की पहली महिला गोताखोर बनी थीं। पलक एशियन गेम्स के साथ ही अन्य इंटरनेशल चैम्पियनशिप में भी भारत को स्वर्ण पदक दिला चुकी हैं। पलक वर्तमान में इंदौर के सरकारी स्विमिंग पूल नेहरू पार्क तरण ताल में गुरु द्रोणाचार्य अवार्ड कोच रमेश व्यास से प्रशिक्षण प्राप्त कर रही हैं। पलक का सपना है कि वह भारत के लिए बड़े खेलों में प्रतिनिधित्व करें। पलक 19 से 21 सितंबर के बीच केरल में आयोजित सीनियर नेशनल कॉम्पिटिशन में भी भाग लेंगी
ओलिंपिक-2028 है लक्ष्य
पलक का अगला लक्ष्य अब ओलिंपिक-2028 है। वे बताती हैं कोशिश है ज्यादा से ज्यादा कॉमनवेल्थ गेम्स खेलूं। ओलिंपिक पर ख़ास ध्यान देना है, लेकिन उससे पहले काफी पड़ाव पार करने हैं।
पलक राष्ट्रीय स्तर पर सीनियर वर्ग में लगातार पदक जीतती आ रही हैं। बेंगलुरु में 2021 में सीनियर राष्ट्रीय स्पर्धा में पलक ने एक स्वर्ण, एक रजत, एक कांस्य पदक जीता था। यहां भी उन्होंने स्वयं से उम्र में दोगुनी बड़ी खिलाड़ियों की चुनौती थी। राजकोट में सीनियर राष्ट्रीय तैराकी स्पर्धा में भी तीन वर्गों में भाग लेते हुए तीनों में स्वर्ण पदक जीते थे। यहां पलक स्पर्धा की सर्वश्रेष्ठ खिलाड़ी भी चुनी गई थीं। गोवा में आयोजित नेशनल गेम्स में दो स्वर्ण और एक कांस्य पदक जीता था।
संदर्भ स्रोत : नई दुनिया
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