जबलपुर। ‘जहां चाह, वहां राह’ कहावत को साकार किया है जबलपुर के समद पिपरिया माध्यमिक विद्यालय की प्रधानाध्यपिका अनीता जैन ने। 2019 में रिलीज तमिल भाषा की हिंदी डब फिल्म में 'मैडम गीता रानी' की ‘गीता’ के किरदार की तरह जबलपुर की अनीता ने भी बदहाल सरकारी स्कूल की तस्वीर ही बदली दी है। उनके प्रयसों की ही नतीजा है की कभी बदहाल जर्जर रहे स्कूल में अब बच्चों को डिजिटली शिक्षा मिलेगी।
बता दें कि वर्ष 2023 में जब अनीता की तैनाती समद पिपरिया माध्यमिक विद्यालय में हुई, उस समय स्कूल बदहाल स्थिति में था भवन पूरी तरह से जर्जर हो चुका था, यहाँ तक कि बैठने लायक कुर्सियां तक नहीं थी। उसी समय अनीता ने ठान लिया कि इस विद्यालय को न सिर्फ बचाना है, बल्कि संवारना भी है। उन्होंने स्कूल को संवारने का बीड़ा उठाया और 330 दानदाताओं के जनसहयोग से 25 लाख खर्च कर स्कूल का नया भवन तैयार कर दिया। उनके संकल्प, सेवा समर्पण और नवाचार से न सिर्फ स्कूल की इमारत दुरुस्त हुई, बल्कि शिक्षा की गुणवत्ता में भी सुधार हुआ। उन्होंने विद्यालय को शैक्षिक व सह शैक्षिक कार्यों में आगे बढ़ाया। डिजिटल कक्षाएं व पढ़ाने के नवाचारी तरीके ढूंढ़े। अब विद्यालय समस्त आधुनिक सुविधाओं व शैक्षिक व सहशैक्षिक साधनों से लैस है। नए सत्र से अब शिक्षा में हाइटेक टेक्नोलोजी का इस्तेमाल होगा। हर कक्षा में डिजिटल तरीके से पढ़ाई होगी।
स्कूल में अब ऐसी सुविधाएं
• आधुनिक शिक्षा के लिए स्कूल में टीवी और अन्य उपकरण जनभागीदारी से जुटाए
• खेल-मनोरंजन के सामान, बच्चों के लिए रेनकोट, स्वेटर, कैप, लोअर व टीशर्ट भी संस्थाओं के लिए जुटाए
• कक्षाओं के लिए फर्नीचर, पंखे, लाइट, पानी टंकियां, टॉयलेट आदि सभी सुविधाएं संस्थाएं उपलब्ध करा रही हैं।
सन्दर्भ स्रोत और छाया : पत्रिका समाचार पत्र
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