छाया: संजय गुप्ता के फेसबुक पेज से
भोपाल। चीन के चेंगडू में शुरू हुए वर्ल्ड यूनिवर्सिटी गेम्स में मप्र की यामिनी मौर्य ने जूडो में कांस्य पदक हासिल किया है। विश्वस्तरीय खेलों में यह उनका पहला पदक है। यामिनी ने 31वें विश्वविद्यालय खेल के जूडो प्रतियोगिता में महिलाओं के 57 किग्रा वर्ग में मंगोलिया की ओयुंगरेल को हराकर कांस्य पदक हासिल किया है।
यामिनी सागर की रहने वाली हैं और पूर्व में मप्र अकादमी भोपाल की खिलाड़ी रही हैं। लेकिन अभी वह जिंदल अकादमी बेंगलुरू में ट्रेनिंग ले रही है। उन्होंने गुजरात नेशनल गेम्स में मप्र को गोल्ड दिलाया था। उन्होंने खेलो इंडिया में भी गोल्ड जीता था। अपने 13 साल के करियर में वे सात नेशनल गोल्ड अपने नाम कर चुकी हैं।
यामिनी ने चौथी कक्षा से जूडो शुरू किया था। शुरुआत भी स्कूल गेम्स से हुई। इसके बाद उनका चयन मप्र जूडो अकादमी भोपाल में हो गया। उन्होंने 2011-15 के बीच मप्र जूडो अकादमी भोपाल में रहकर अपने खेल को निखारा। वह 2016 में एनआईएस पटियाला चली गईं। उन्होंने वहां जीवन सर ने इस खेल को और धार दी। दो साल वहां रहने के बाद उनके कोच बेल्लारी चले गए तो वह भी उनके साथ बेल्लारी चली गईं। और तीन साल से बेल्लारी अकादमी कर्नाटक में रहकर अपने खेल को संवार रही हैं। यामिनी तीन बहनों में मझली हैं। उनकी छोटी बहन ताईक्वांडो खेलती हैं जबकि छोटा भाई जूडो का ही प्लेयर है। वह कहती हैं कि मुझे रुकना नहीं है। अपने खेल को और आगे ले जाना है।
संदर्भ स्रोत: दैनिक भास्कर
संपादन: मीडियाटिक डेस्क
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