अमलप्रभा सर्वोदय पुरस्कार से सम्मानित होंगी दमयंती पाणी

blog-img

अमलप्रभा सर्वोदय पुरस्कार से सम्मानित होंगी दमयंती पाणी

 छाया :  दमयंती पाणी के फेसबुक अकाउंट से

भोपाल, 6 सितंबर। वर्ष 2024 का प्रतिष्ठित अमलप्रभा सर्वोदय पुरस्कार मध्‍यप्रदेश की सामाजिक कार्यकर्ता श्रीमती दमयंती पाणी, गांधी आश्रम, छतरपुर को प्रदान किया जाएगा। यह पुरस्कार उन्हें असम के सर्वोदय ट्रस्ट की ओर से 12 नवंबर, 2024 को गुवाहाटी के शरणिया आश्रम में अमलप्रभा दास की 113वीं जयंती के अवसर पर दिया जाएगा। इस पुरस्कार में सम्मान पत्र, सरई (असमिया लोक संस्कृति की प्रतीक), इंडी चादर (असम की पारंपरिक रेशम वस्त्र), फुलम खादी गमछा (असम का स्वागत सम्मान वस्त्र) एवं रू 50,000 की नगद राशि सम्मिलित हैं।

बता दें कि दमयंती पाणी छतरपुर जिले में पिछले दो दशक से गांधीवादी रचनात्मक कार्यों में संलग्‍न रहते हुए जैविक कृषि, स्वावलंबन, कृषि प्रशिक्षण, देशी बीजों का संरक्षण-संवर्धन, गौशाला संचालन तथा देशी नस्ली का संवर्धन, जल संरक्षण, पर्यावरण संरक्षण, महिला उत्थान एवं प्राकृतिक चिकित्सा, युवाओं के विकास तथा बच्चों के सांस्कृतिक विकास के लिए प्रभावी कार्य कर रही हैं। उनके अथक परिश्रम और लगन से गांधी आश्रम जीवंत और सक्रिय होकर कार्य कर रहा है।

उल्‍लेखनीय है कि दमयंती पाणी नवोदय विद्यालय की नौकरी छोड़ कर नर्मदा बचाओ आन्दोलन के साथ जुड़ीं। बरगी विस्थापित क्षेत्र में महिला और किशोरी स्वास्थ्य के लिए कार्य के साथ ही गुजरात में बच्चों की नई तालीम शिक्षा प्रयोग से जुड़ी रहीं। दो वर्ष सेवाग्राम आश्रम में रचनात्मक कार्य की शिक्षा ग्रहण की।  इन दिनों वे मध्‍यप्रदेश गांधी स्‍मारक निधि की सचिव के तौर पर अपनी सेवाएं दे रही है। वे प्रदेश की कई रचनात्‍मक व गांधी विचारक संस्‍थाओं से भी जुड़ीं हैं।
 

सर्वोदय ट्रस्ट, गुवाहाटी के सचिव नयन भंडारी शर्मा ने जानकारी देते हुए बताया कि गुवाहाटी में सर्वोदय ट्रस्ट की स्थापना 1959 में स्वतंत्रता सेनानी, सिविल सर्जन डॉ. हरिकृष्ण दास की दोनों सुपुत्रियों अमलप्रभा दास, तिलोत्तमा राय चौधुरी ने की थी। गांधीजी और विनोबा के बताये रास्‍ते पर चलते हुए ट्रस्‍ट के माध्‍यम से विद्यालय, स्वास्थ्य केन्द्र, सामुदायिक केन्द्र, प्रशिक्षण केन्द्र, ग्राम सेवा केन्द्र की स्थापना की गई तथा उनके द्वारा विविध रचनात्मक कार्यक्रम चलाये जा रहे हैं। संस्‍था द्वारा प्रतिवर्ष डॉ. हरिकृष्ण दास मेमोरियल अवार्ड, डॉ. तिलोत्तमा राय चौधुरी मेमोरियल अवार्ड, अमलप्रभा दास सर्वोदय अवार्ड प्रदान किये जाते हैं। 

ज्ञातव्‍य है कि अमलप्रभा दास एक गांधीवादी सामाजिक कार्यकर्ता, विज्ञान में मास्टर डिग्री प्राप्त करने वाली प्रथम असमिया महिला थी। अमलप्रभा बाईदेव की माता हेमप्रभा दास ने 1939 में शरणिया आश्रम की स्थापना की, अमलप्रभा दास ने कस्तूरबा गांधी राष्ट्रीय स्मारक ट्रस्ट की असम शाखा की स्थापना शरणिया आश्रम में की, जिसका 9 जनवरी 1946 को महात्मा गांधीजी ने उद्घाटन किया। 1934 में स्वतंत्रता आन्दोलन के गांधीजी दौरान उनके घर में रुके,  मुलाकात हुई, गांधीजी ने उनके बारे में कहा “यह लड़की चतुर है, काम कर सकती है।“ और तभी से उन्होंने अपना जीवन सेवा में समर्पित कर दिया। उन्होंने अपने पिता की समस्त सम्पत्ति गांधीवादी कार्य के लिए दान में दे दी। उन्हें जमनालाल बजाज पुरस्कार, तथा भारत सरकार ने उन्हें पद्मविभूषण से  सम्मानित किया, जिसे उन्होंने स्वीकार नहीं किया। असम तथा उत्तर-पूर्वी  क्षेत्रों में महिलाओं के उत्थान के लिए समर्पित रही।

सन्दर्भ स्रोत : स्व सम्प्रेषित 

Comments

Leave A reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *



सैकड़ों दिव्यांग बच्चों की उम्मीद बनीं दीप्ति पटवा
न्यूज़

सैकड़ों दिव्यांग बच्चों की उम्मीद बनीं दीप्ति पटवा

भाई के सपनों के लिए बदली अपनी राह

23वीं एशियन कराटे चैम्पियनशिप 2025: रूषा
न्यूज़

23वीं एशियन कराटे चैम्पियनशिप 2025: रूषा , तंबत ने रजत पदक जीत रचा इतिहास

भारत को पहली बार व्यक्तिगत वर्ग में मिला रजत पदक, मध्यप्रदेश को मिली अंतरराष्ट्रीय पहचान

शिक्षक दिवस 2025 : दमोह की शीला पटेल
न्यूज़

शिक्षक दिवस 2025 : दमोह की शीला पटेल , राष्ट्रीय शिक्षक पुरस्कार से सम्मानित

डॉ. सुनीता गोधा, विनीता ओझा  और डॉ. सरिता शर्मा  राज्य स्तरीय पुरस्कार

भोपाल की निहारिका ने नृत्य और
न्यूज़

भोपाल की निहारिका ने नृत्य और , रंगमंच की दुनिया में बनाई खास पहचान

निहारिका नृत्य और रंगमंच जिस तरह मुकाम हासिल किया है, उसी तरह उन्होंने पढ़ाई में भी परचम लहराया है।

मैनिट की डॉ. प्रगति अग्रवाल ने साइकिलिंग में रचा इतिहास
न्यूज़

मैनिट की डॉ. प्रगति अग्रवाल ने साइकिलिंग में रचा इतिहास

बनीं द ग्रेट हिमालयन अल्ट्रा 2025 की पहली महिला फिनिशर