छाया : दैनिक भास्कर
• 300 हेल्थ सेंटर्स
• देश भर के 50 अस्पतालों को भी लिया साथ
भोपाल। आज के युवा अगर अपनी अनूठी सोच के साथ किसी काम में जुट जाएं, तो अपना शत प्रतिशत देकर अपने लक्ष्य को हासिल कर ही लेते हैं। इन्ही में शामिल हैं भोपाल की वंशिता शर्मा, जो अपने स्टार्टअप के जरिये केवल एक वर्ष में ही लाखों लोगों को स्वास्थ्यगत सेवायें उपलब्ध करवा चुकी हैं। अपने 5 दोस्तों के साथ मिलकर एपायरो मेडिका कंपनी शुरू करने वाली वंशिता एनएलसीटी कॉलेज में पढ़ रही हैं । ख़ास बात यह है कि ये सभी पढ़ाई के साथ-साथ अपनी अभिनव सोच के साथ देश के तीन राज्यों तक फैले अपने व्यवसाय को विस्तार देने में जुटे हैं। कंपनी के को-फाउंडर्स में किस्लय कुमार, विवेक कुमार सिंह, उत्कर्ष रॉय, आयुष साहू और मयंक झा भी शामिल हैं।
कंपनी की एमडी और को-फाउंडर वंशिता बताती हैं- शहरी और ग्रामीण क्षेत्रों के बीच स्वास्थ्य सुविधाओं में असमानता को देखकर टेली हेल्थकेयर सर्विस शुरू करने का विचार आया। देश की जनसंख्या के 50 से 60 फीसदी लोग अभी गांवों में ही रहते हैं, लेकिन मूलभूत सुविधाओं में शामिल स्वास्थ्य उनकी पहुँच से बाहर है। जबकि 90 फीसदी अच्छे अस्पताल और स्वास्थ्य सुविधाएं शहरी क्षेत्रों में ही हैं। ऐसे में किसी भी गांव में अगर लोगों को स्वास्थ्य देखभाल और उपचार की जरूरत हो, तो उन्हें कई किमी का सफर करना पड़ता है। इन्हीं परिस्थितियों को देखते हुए हमने टेली हेल्थकेयर सर्विस की शुरुआत की। मगर, जब हम गांवों में पहुंचे तो पता चला कि जितनी स्वास्थ्यगत देखभाल की समस्या लोगों की है, उतनी ही वहां के पशुओं-जानवरों में भी नजर आई। इस स्थिति को देखने के बाद हमने अपना लक्ष्य मानव स्वास्थ्य की बजाय हेल्थ सॉल्यूशन पर केंदित किया।
इंटरनेशनल प्लेटफॉर्म पर भी बनाई जगह
इस अनूठी पहल के लिए एपायरो मेडिका का चयन रीजनल स्टार्टअप नेटवर्क के इंटरनेशनल प्लेटफॉर्म के लिए चुने गए टॉप-20 स्टार्टअप में हुआ था। इसके अलावा स्टेट कन्वेंशन ऑफ क्वालिटी सर्किल फोरम के नेशनल कन्वेंशन में गोल्ड अवॉर्ड और कंपनी को हेल्थ टेक की ओर से मोस्ट इमर्जिंग एंड इनोवेटिव स्टार्टअप के तौर पर भी सम्मानित किया जा चुका है।
सालाना टर्न ओवर 1.2 करोड़
वंशिता बताती हैं बीते एक सालों में हमारी टेली हेल्थ सर्विस मध्यप्रदेश के अलावा झारखंड और राजस्थान के 500 गांवों तक जा पहुंची है। इसके लिए हमने 300 हेल्थ सेंटर्स तैयार किए हैं और देश के अलग-अलग राज्यों के 50 से ज्यादा अस्पतालों से जुड़कर काम कर रहे हैं। अभी तक हर सेंटर पर करीब 1000 मरीजों को उपचार दिलवाने में मदद की जा चुकी है। ऐसे में सालभर में 3 लाख लोगों तक हमारी हेल्थ केयर सर्विसेज पहुंची हैं। कंपनी की अभी की वैल्यूएशन 15 करोड़ है और कंपनी का सालान टर्नओवर मार्च 2023 की क्लोजिंग पर 1.2 करोड़ रहा है। अब हम कुछ और राज्यों में अपनी सेवायें बढ़ाने पर कार्य कर रहे हैं, जिसके लिए और अस्पतालों को शामिल कर रहे हैं, ताकि हमारे पैनल में विशेषज्ञ चिकित्सक ज्यादा से ज्यादा हो।
संदर्भ स्रोत – दैनिक भास्कर
संपादन – मीडियाटिक डेस्क
Comments
Leave A reply
Your email address will not be published. Required fields are marked *