अमर उजाला शब्द सम्मान-23 तहत वर्ष 2022में प्रकाशित श्रेष्ठ हिंदी कृतियों के लिए शब्द सम्मान की भी घोषणा कर दी गई है। किसी भी रचनाकार की पहली किताब वाला 'थाप' चिन्मयी त्रिपाठी की कृति 'अपनी कही' को मिलेगा। भारतीय भाषाओं में अनुवाद का भाषा-बंधु सम्मान 'गुजराती दलित कविता' के हिंदी अनुवाद के लिए मालिनी गौतम को प्रदान किया जाएगा। इन सम्मानों में एक-एक लाख रुपये की राशि, प्रशस्ति पत्र और प्रतीक के रूप में गंगा प्रतिमा सम्मिलित हैं। उल्लेखनीय है कि सुश्री चिन्मयी मूलतः भोपाल निवासी हैं और मुंबई में सिंगर-कंपोज़र और राइटर के रूप में कार्यरत हैं, जबकि डॉ. मालिनी का जन्म झाबुआ में हुआ और इस समय वे संतरामपुर, गुजरात में अंग्रेज़ी की प्राध्यापक हैं। डॉ. मालिनी को मप्र हिन्दी साहित्य सम्मेलन का प्रतिष्ठित वागीश्वरी पुरस्कार प्रदान किया जा चुका है और अनुवाद श्रेणी में सप्तपर्णी सम्मान के लिये भी उनका चयन किया गया है।
की ओर से चिन्मयी त्रिपाठी और मालिनी गौतम को बहुत-बहुत बधाई और शुभकामनाएं
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