छाया : रिपब्लिक भारत
भोपाल। शहर की अर्जुन अवॉर्डी पैरा कयाक प्राची यादव पेरिस पैरालिंपिक में आठवें स्थान पर रहीं। वे वीएल-2 200 मीटर केनो में उतरीं थीं। यह उनका दूसरा पैरालिंपिक था। इससे पूर्व टोक्यो ओलम्पिक-2020 में प्राची ने देश का प्रतिनिधित्व किया था। उन्होंने 200 मीटर की दूरी 1:08.55 मिनट में पूरी की। क्वार्टर और सेमीफाइनल में बेहतरीन प्रदर्शन करके वे फाइनल तक पहुंचीं थी लेकिन पोडियम फिनिश नहीं कर सकीं। प्राची दोनों पैर से दिव्यांग हैं। पिछले प्रदर्शन के आधार पर भारत सरकार ने साल भर पहले उन्हें अर्जुन अवॉर्ड से नवाजा है। प्राची शहर की छोटी झील में अभ्यास करती हैं। यहीं पर वह कोच मयंक ठाकुर से प्रशिक्षण लेकर वहां तक पहुंची हैं। प्राची इस बार पदक की दावेदार थीं लेकिन ओलम्पिक जाने से पहले वे आँखों की समस्या से जूझ रही थीं। इलाज कराने के बाद भी फायदा नहीं हुआ। आंख की रोशनी भी कम हो गई, इसलिए ज्यादा ट्रेनिंग नहीं कर पाईं। विपरीत परिस्थितियों में प्राची ने क्वार्टर एवं सेमी फायनल में शानदार प्रदर्शन करते हुए फायनल में जगह बनाई। फायनल मुकाबले में 8वें स्थान पर रहीं, यह प्रयास भी काफी सराहनीय रहा। फाइनल मुकाबले के दौरान भी उनकी एक आंख पर पट्टी बंधी थी।
सन्दर्भ स्रोत : विभिन्न वेबसाइट
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