छाया : मालती जी के फेसबुक अकाउंट से
60 साल से अधिक उम्र होने पर अधिकांश लोग कुछ नया करने की चाह छोड़ देते हैं, लेकिन भोपाल की 64 वर्षीय मालती इंदौरिया हर उस महिला के लिए एक प्रेरणा हैं, जो अपनी बढ़ती उम्र का हवाला देकर हाथ पर हाथ धर कर बैठ जाती हैं। तमाम शारीरिक दिक्कतों के बावजूद घरेलू महिला से वर्ल्ड रिकार्ड तक का सफ़र तय कर उन्होंने जीत का नया मुकाम हासिल किया।
मूलत: हरियाणा की मालती बचपन से ही खेल में अच्छी थीं। स्कूल में उन्होंने मलखम्भ, हॉर्स राइडिंग सीखी। हॉकी की नेशनल प्लेयर भी रहीं, लेकिन महज 19 वर्ष की उम्र में हुई उनकी शादी के बाद सब कुछ बदल गया। कम उम्र में ही तीन बच्चों (एक बेटे और दो बेटियों) की मां भी बन गईं। खेल में अपने करियर की संभावना देख रहीं मालती की जिन्दगी जब चौका-चूल्हा तक सिमटकर रह गई तो वे डिप्रेशन में चली गईं यह दौर लंबे समय तक चला। कई शारीरिक दिक्कतें भी होने लगीं और उन्होंने पूरी तरह बिस्तर पकड़ लिया। बिस्तर पर लेटे-लेटे डिप्रेशन इतना बढ़ गया कि कई बार सुसाइड करने का ख्याल भी आया, लेकिन मुश्किल के इस दौर में उनके पिता, सहेली और उनकी पोतियों ने उनके जीवन में आशा की उम्मीद जगाई और एक नई जिंदगी दी।
वे स्कूल में एथलीट थी और योग भी करवाती थी। उनके पिता (भगवत दयाल शर्मा हरियाणा के पूर्व मुख्यमंत्री और उड़ीसा तथा मध्यप्रदेश के पूर्व राज्यपाल) और सहेली ने उन्हें पुराने दिन याद दिलाते हुए उनका हौंसला बढाया। एक बार उन्होंने खुद से ही बिस्तर से उठने की कोशिश की। चक्रासन भी किया, तो खुद पर आत्मविश्वास बढ़ा। लॉकडाउन के दौरान उनकी तीन पोतियों दीवा, चित्राक्षी और कुहू उनकी बहुत मदद की। वे कहती हैं “आज मैं जो कुछ भी हूं, उन्हीं की वजह से हूं। पोतियों ने जीने की नई चाहत जगाई। उन्होंने मुझे योगा सिखाया। नियमित योग करने और परिवार से मिले सहयोग से डिप्रेशन और बीमारी से बाहर निकलने में मदद मिली।“
58 वर्ष की उम्र में उन्होंने हेल्थ क्वीन इंडिया में हिस्सा लिया और ब्यूटी विदब्रेन का टाइटल अपने नाम किया। 2022 में बेंगलुरु में गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड के लिए आयोजित प्रतियोगिता जिसमें दुनियाभर से करीब 285 पार्टिसिपेंट्स के साथ 62 की उम्र में मालती ने दो मिनट तक धनुरासन किया। इस तरह वे भी सामूहिक रूप से धनुरासन कर गिनीज बुक में नाम दर्ज कराने वाली टीम का हिस्सा बन गईं।
मालती 2018 से ‘रन भोपाल रन ’ संस्था से जुड़ी हैं और इस संस्था के अलावा वे 'सायरन्स क्लब' अहमदाबाद की ब्रांड एम्बेसडर भी हैं।
'सायरन्स क्लब' द्वारा 2021 में एक साल में 2021 किलोमीटर रनिंग के लक्ष्य को उन्होंने कोरोना की दूसरी लहर के लॉकडाउन के दौरान घर पर ही पूरा किया। इसके लिए वे रात 3 बजे उठ जाती थीं। घर के गार्डन में रनिंग करतीं। स्मार्टवॉच से इसे काउंट किया। वे जाना करीब 10 किलोमीटर तक रनिंग करती थीं।
पांच साल से कर रहीं साइकिलिंग
मालती पिछले 4-5 साल से साइकिल चला रही हैं। रोजाना करीब 20 किलोमीटर साइकिलिंग करती हैं। वे भोपाल से उज्जैन तक साइकिल यात्रा कर चुकी हैं। पिछले 6 से 7 साल से क्रॉफ्टिंग का काम भी कर रही हैं। खुद को स्वस्थ रखने में नियमित एक घंटा योग करना उनकी दिनचर्या में शामिल है।
सन्दर्भ स्रोत : मालती इंदौरिया
सम्पादन : मीडियाटिक डेस्क
Comments
Leave A reply
Your email address will not be published. Required fields are marked *