छाया : स्व सम्प्रेषित
55 की उम्र में एवरेस्ट पर तिरंगा फहरा कर देश की सबसे उम्रदराज महिला का तमगा हासिल करने वाली भोपाल की पर्वतारोही व्यवसायी और कलाकार ज्योति रात्रे की दो दिवसीय अनोखी डूडल आर्ट प्रदर्शनी का आयोजन 21 और 22 सितम्बर को किया जा रहा है। ज्योति ने यह चित्र वर्ष 2023 और 2024 में अपने अभूतपूर्व एवरेस्ट अभियानों के दौरान बनाए थे।
रविंद्र भवन की ‘ललित आर्ट गैलरी’ में आयोजित इस अनोखी प्रदर्शनी में एवरेस्ट अभियानों के दौरान 19000 फुट एवं उससे अधिक ऊंचाई के विभिन्न कैंपों पर उनके द्वारा बनाए गए डूडल आर्ट को प्रदर्शित किया जा रहा है। यह विश्व की पहली प्रदर्शनी है, जहाँ इतनी ऊंचाई पर बनाई गई डुडल आर्ट का प्रदर्शन किया जा रहा है। इस कला में न केवल पर्वतारोहण की कठिनाईयों को दर्शाया है, बल्कि हिमालय की मनोरम सुंदरता और शांति को भी कैद किया है। प्रदर्शनी 4 बजे से रात्रि 9 बजे तक लगेगी।
उल्लेखनीय है कि मजबूत इरादों वाली ज्योति ने हाल ही में एवरेस्ट फतह किया है। ज्योति ने अपने अभियान के दौरान जहां तापमान बेहद कम और परिस्थितियाँ अत्यंत चुनौतीपूर्ण थीं, के बीच अपने मन को शांत और एकाग्र रखते हुए ये चित्र बनाए। खास बात यह है कि ज्योति ने इन कलाकृतियों को तब बनाया, जब वह कठिन ट्रेकिंग के बीच, बदलते मौसम और तेज हवाओं के बीच खुद को मानसिक और शारीरिक रूप से तैयार कर रही थीं। जहां सामान्य दैनिक क्रिया करने के लिए भी संघर्ष करना पड़ता है एवं कई लोग जीवन के लिए भी संघर्षशील रहते हैं, वहाँ ज्योति का यह सृजनात्मक कार्य अद्भुत एवं अतुलनीय है।
प्रदर्शनी में हिमालय के अद्भुत नजारे, एवरेस्ट की ऊंचाईयों पर जीवन के संघर्ष, और मानसिक शांति के क्षणों को डूडल के रूप में प्रस्तुत किया गया है। ये डूडल सिर्फ कला नहीं, बल्कि पर्वतारोहण के रोमांच और शांति का अद्भुत संगम हैं। ज्योति ने बताया कि माउंट एवरेस्ट की चोटी पर जाने के लिए अनुकूल मौसम के इंतजार में उन्हें 10 दिन कैम्प -2. (21300 फुट की ऊंचाई पर) तथा अचानक आए बर्फीले तूफान के कारण ल्होत्से कैंप 4 (25500 फुट की ऊंचाई पर) 4 दिन रहना रहना पड़ा। इस दौरान उन्होंने काफ़ी डूडल बनाए। इस सृजनात्मकता से उन्हें इन कठिन समय में परिवार से दूर होने के अवसाद को दूर रखने एवं लक्ष्य प्राप्ति के लिए एकाग्रता बनाए रखने में मदद मिली।
सन्दर्भ स्रोत : स्व सम्प्रेषित
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