मध्यप्रदेश की बैडमिंटन खिलाड़ी गौरांशी शर्मा नवंबर 2025 में टोक्यो, जापान में होने जा रहे 25वें ग्रीष्मकालीन डिफ्लिंपिक में भारतीय टीम का हिस्सा बनेंगी। हाल ही में गुजरात खेल प्राधिकरण, खोखरा (अहमदाबाद) में आयोजित राष्ट्रीय चयन ट्रायल में उन्होंने शानदार खेल दिखाया। इसी प्रदर्शन के दम पर उनका चयन महिला सिंगल्स वर्ग में हुआ। गौरांशी इस बार डिफ्लिंपिक के लिए चुनी जाने वाली मध्य प्रदेश की अकेली खिलाड़ी हैं।
अंतरराष्ट्रीय स्तर पर पदक विजेता
गौरांशी का खेल करियर उपलब्धियों से भरा है। उन्होंने अब तक अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भारत को 2 स्वर्ण, 1 रजत और 3 कांस्य सहित कुल 6 पदक दिलाए हैं। राष्ट्रीय प्रतियोगिताओं में भी उनका प्रदर्शन शानदार रहा है, जहां उन्होंने 2 स्वर्ण, 6 रजत और 5 कांस्य समेत 13 पदक मध्य प्रदेश को दिलाए हैं। ब्राज़ील में हुए 24वें ग्रीष्मकालीन डिफ्लिंपिक 2022 में उन्होंने भारतीय टीम को गोल्ड दिलाकर देश का नाम रोशन किया। इसके अलावा 2023 में ब्राज़ील में आयोजित 6वीं विश्व बैडमिंटन चैंपियनशिप में टीम गोल्ड और 2024 में मलेशिया में हुए 10वें एशिया पेसिफिक डेफ गेम्स में टीम सिल्वर जीतकर उन्होंने अपनी पहचान और मजबूत की।
युवा खिलाड़ियों में चमक
गौरांशी ने युवा स्तर पर भी बेहतरीन खेल दिखाया है। उन्होंने 2023 की तीसरी विश्व युवा बधिर बैडमिंटन चैम्पियनशिप में मिक्स्ड डबल्स ब्रॉन्ज मेडल जीता। 2022 में थाईलैंड में हुई दूसरी एशिया पैसिफिक डेफ यूथ बैडमिंटन चैंपियनशिप में उन्होंने डबल्स और मिक्स्ड डबल्स, दोनों वर्गों में कांस्य पदक हासिल किए। राष्ट्रीय स्तर पर भी उनकी निरंतरता बनी हुई है। हाल ही में उन्होंने अहमदाबाद में हुई नेशनल डेफ सीनियर बैडमिंटन चैंपियनशिप 2025 में ब्रॉन्ज मेडल अपने नाम किया।
पदक जीतने का संकल्प
गौरांशी इन दिनों ग्वालियर स्थित गोपिचंद बैडमिंटन अकादमी में प्रशिक्षण ले रही हैं। उनका कहना है कि टोक्यो डिफ्लिंपिक में उनका लक्ष्य पदक जीतना है ताकि भारत और मध्य प्रदेश का नाम एक बार फिर रोशन हो। लगातार मेहनत और अंतरराष्ट्रीय अनुभव के चलते उनसे इस बार भी शानदार प्रदर्शन की उम्मीद है। उनकी उपलब्धियों ने प्रदेश के युवा खिलाड़ियों को प्रेरित किया है और खेल जगत को विश्वास है कि वे डिफ्लिंपिक 2025 में देश को पदक दिलाकर लौटेंगी।
उनके चयन पर खेल और युवा कल्याण मंत्री कैलाश विश्वास सारंग ने बधाई दी है। साथ ही खेल संघों और खेल प्रेमियों ने भी गौरांशी की इस उपलब्धि पर खुशी जताई है।
सन्दर्भ स्रोत : नेशनल स्पोर्ट्स टाइम
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