• पहले तीन स्थानों पर छात्राओं का जलवा
• शीर्ष 10 में सात लड़कियां
भोपाल। चार साल से अधर में लटकी राज्यसेवा परीक्षा (MPPSC)-2019 का अंतिम परिणाम और चयन सूची जारी कर दी गई है। सूची में शीर्ष 10 में सात बेटियों ने जगह बनाई है। पहले तीन स्थान पर लड़कियों का जलवा रहा है। जिसमें सतना की प्रिया पाठक टॉपर रहीं वे डिप्टी कलेक्टर के पद के लिए चुनी गईं हैं। दूसरी रैंक पर सिवनी की शिवांगी बघेल, वहीं तीसरे स्थान पर पन्ना की पूजा सैनी रही हैं। शीर्ष 10 में प्रिया, शिवांगी और पूजा के अलावा निधि मिश्रा, हरनीत कौर कलसी, सलोनी अग्रवाल और रीतिका पाटीदार शामिल हैं।
• सतना जिले की निवासी हैं प्रिया
परीक्षा में बेहतरीन प्रदर्शन करने वाली प्रिया पाठक सतना जिले के नागौद तहसील में हरदुआ गाँव से ताल्लुक रखती हैं। उन्होंने 5वीं तक की पढ़ाई गाँव के ही सरस्वती विद्यालय से की तथा राहिकरा नागौद नवोदय विद्यालय से 12वीं की पढ़ाई की। वर्ष 2017 में प्रिया ने रानी दुर्गावती विवि से बीएससी बायो टेनॉलॉजी से ग्रेजुएशन और देवी अहिल्या बाई विवि इंदौर से पॉलिटिकल साइंस में एम ए किया। इससे पहले एमपीपीएससी में 2020 में उनका चयन डीएसपी पद के लिए हुआ था, लेकिन उन्होंने ज्वाइन नहीं किया था। उनके पिता कृष्ण शरण पाठक प्राथमिक शाला खमरेही में शिक्षक हैं।
• मां की बीमारी के बीच दिया शिवांगी ने इंटरव्यू
सिवनी के मलारा गांव की शिवांगी ने मध्यप्रदेश लोक सेवा आयोग की परीक्षा में दूसरा स्थान हासिल किया है। वह डिप्टी कलेक्टर बनी हैं। शिवांगी ने अपनी शुरुआती पढ़ाई मंडला और जबलपुर से करने के बाद जयपुरिया कॉलेज, जयपुर से फाइनेंस एंड मार्केटिंग में एमबीए किया। अब लगातार दूसरी बार इस परीक्षा में सफल हुई हैं। इससे पहले उनका चयन 2020 की एमपीपीएससी में शिक्षा विभाग के सहायक संचालक पद पर हो चुका है। उनके पिता एसआर बघेल लोक निर्माण विभाग, भोपाल में प्रमुख अभियंता के पद पर हैं। शिवांगी ने बताया कि उनकी मां को पिछले एक साल से किडनी संबंधित समस्या थी। इसके चलते इस साल सितंबर में किडनी ट्रांसप्लांट करना पड़ा। शिवांगी ने मां की गंभीर स्वास्थ्य स्थिति के बीच भी अपनी पढ़ाई जारी रखी और इंटरव्यू दिया। इस दौरान शिक्षा विभाग में उनकी ट्रेनिंग भी चल रही थी।
• महिला सशक्तिकरण के क्षेत्र में काम करना चाहती हैं पूजा
पन्ना के देवेंद्र नगर की पूजा सोनी ने तीसरी रैंक हासिल की है। उनका चयन डिप्टी कलेक्टर के पद के लिए हुआ है। पूजा अभी हैदराबाद में आईपीएस की ट्रेनिंग ले रही हैं। पूजा ने जबलपुर इंजीनियरिंग कॉलेज से 2018 में ग्रेजुएशन किया। । पूजा का सपना है कि वे महिला सशक्तिकरण और महिला उत्थान के क्षेत्र में काम करें।
• यूपीएससी की तैयारी करेंगी निहारिका
असिस्टेंट डायरेक्टर जनसंपर्क के पद पर चयनित हुईं कोलार रोड निवासी निहारिका मीना किसान अजय मीना की बेटी हैं। स्कूलिंग भोपाल में प्राइवेट स्कूल में हुई। इसके बाद राजीव गांधी प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय से इंजीनियरिंग की पढ़ाई वर्ष 2018 में पूरी की। इंजीनियरिंग करने के साथ एमपीपीएससी की तैयारी शुरू की थी। पहले एक साल कोचिंग की फिर सेल्फ स्टडी से परीक्षा की तैयारी की और पहले ही प्रयास में चयन हो गया। निहारिका कहती हैं खुशी तो है लेकिन अभी मैं पूरी तरह से संतुष्ट नहीं हूं और यूपीएससी की तैयारी करूंगी।
• हिंदी मीडियम में दूसरी रैंक लेकर आई रुचि जैन
मध्यप्रदेश की इंटेलिजेंस में पदस्थ सब इंस्पेक्टर रुचि जैन को दूसरा स्थान मिला है। ख़ास बात यह है कि उन्होंने देश भर में हिंदी मीडियम में दूसरी रैंक हासिल की। पिछले पांच साल से इंटेलिजेंस में पदस्थ रुचि जैन ने ये सफलता बिना किसी कोचिंग औऱ मार्गदर्शन के पाई है । उनके पिता अरविंद जैन व्यापारी हैं, जबकि मां सरिता जैन गृहिणी हैं। रुचि ने बताया कि स्कूलिंग के बाद मास्टर आफ आर्ट और फिर दो बार एमए किया। वर्ष 2016 में बीए की पढ़ाई पूरी कर ली थी। इसके बाद एसबी (स्पेशल ब्रांच) की परीक्षा दी, जिसमें आल इंडिया पहली रैंक मिली थी। 2016 से 2022 तक स्पेशल ब्रांच में रही। इस बीच यूपीएसई-2020 में शामिल हुईं। हिंदी माध्यम से एग्जाम दिया और पहले प्रयास में ही सेकेंड रैंक मिली थी।जिसमें अंडमान निकोबार कैडर मिला। यहां पर अभी एसडीएम के पद के लिए ट्रेनिंग ले रही हूं। एमपीपीएससी का रिजल्ट आने के बाद स्थितियां बदली हैं। आराम से सोचकर निर्णय लूंगी कि मुझे कौन सी सेवा में रहना चाहिए। रुचि ने बताया कि परिवार की पिछली सात पुश्तों में कोई भी सदस्य सरकारी सेवा में नहीं रहा है। वे पहली सरकारी अधिकारी हैं। मैंने आनलाइन तरीके से एग्जाम के बारे में जाना और सेल्फ स्टडी की। हिंदी माध्यम से होने की वजह से कई चुनौतियां भी आईं।
• वीणा, शैलजा और सैफा हाशमी ने भी मारी बाजी
सतना के रामपुर बाघेलान से सटे तपा गांव की वीणा पयासी आबकारी उपनिरीक्षक पद पर चयनित हुई हैं। उनकी कामयाबी ने गांव का नाम रोशन किया है। वीणा के पिता रघुवंश भूषण पयासी शिक्षक हैं। बड़े भाई हरि ओम पयासी सीआरपीएफ में सेवाएं दे रहे हैं। वहीं रीवा की शैलजा सिंह का चयन असिस्टेंट डायरेक्टर उद्योग प्रबंधन के पद पर हुआ है। शैलजा की सफलता ने जिले को गौरवान्वित किया है। शैलजा पलिया 352 गांव की रहने वाली हैं। शैलजा की मां शिक्षिका और पिता पूर्व सरपंच रह चुके हैं। शैलजा ने अपने सफलता का श्रेय माता-पिता को दिया। भोपाल में पढ़ीं सैफा हाशमी डीएसपी बन गई हैं। अभी वे भोपाल में सामाजिक न्याय विभाग में असिस्टेंट डायरेक्टर हैं। आठवीं रैंक हासिल करने वाली सैफा मूलत: छतरपुर जिले के नौगाँव की रहने वाली हैं। उनकी पढ़ाई भोपाल में ही हुई है। भोपाल से उन्होंने इलेक्ट्रॉनिक्स एंड कम्युनिकेशन ब्रांच से इंजीनियरिंग की है। मास्टर ऑफ़ सोशल वर्क किया है। उनके पिताजी शिक्षक और माँ गृहिणी हैं।
सन्दर्भ स्रोत: विभिन्न वेबसाइट
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