एशियन गेम्स 2023 – मप्र की शूटर मनीषा और

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एशियन गेम्स 2023 – मप्र की शूटर मनीषा और
प्रीति रजक ने हासिल किया रजत

एशियन गेम्स 2023 में मनीषा कीर, प्रीति रजक और राजेश्वरी कुमारी ने एशियाई खेलों में भारतीय शूटिंग दल के अब तक के सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन में योगदान देते हुए महिला ट्रैप टीम स्पर्धा में रजत पदक जीता है। इसमें मनीषा और प्रीति रजक मध्यप्रदेश की खिलाड़ी हैं

• मनीषा कीर: मछली पकड़ते हुए तय किया शूटिंग तक का सफर

भोपाल के मछली पकड़ने वाले समुदाय में जन्मी मनीषा परिवार की आर्थिक मदद के लिए छोटी उम्र से ही अपने पिता के साथ मछली पकड़ने जाती थी। उनके जीवन का महत्वपूर्ण क्षण तब आया जब वह अपनी बड़ी बहन के साथ भोपाल में राज्य शूटिंग अकादमी में गईं

ट्रायल में सभी को किया हैरान

निशानेबाजी तकनीक का कोई पूर्व ज्ञान न होने के बावजूद जब मनीषा ने अपना हाथ आजमाया तो उसने आसानी से लक्ष्य को भेद दिया। उनकी प्रतिभा से प्रभावित होकर अधिकारियों ने उन्हें खेल को गंभीरता से आगे बढ़ाने का अवसर दिया और उन्हें आवश्यक प्रशिक्षण और उपकरण प्रदान किए।

ऐसा रहा मनीष का करियर

मनीषा ने 2015 में लोनाटो, इटली में आईएसएसएफ जूनियर वर्ग में अंतरराष्ट्रीय स्तर पर पदार्पण किया। उनके करियर ने 2018 में एक महत्वपूर्ण छलांग लगाई जब उन्होंने दक्षिण कोरिया में आईएसएसएफ शूटिंग विश्व चैम्पियनशिप में जूनियर शॉटगन स्पर्धा में रजत पदक जीता।उनके प्रदर्शन ने 41 अंकों के साथ महिलाओं के ट्रैप में जूनियर रिकॉर्ड की बराबरी की। मनीषा ने काहिरा में आईएसएसएफ विश्व कप शॉटगन में अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करते हुए महिला ट्रैप प्रतियोगिता में सातवां स्थान हासिल किया।

 

• प्रीति रजक : जिनके लिए गन खरीदना भी था बेहद मुश्किल

मध्यप्रदेश के इटारसी कस्बे की मध्यमवर्गीय परिवार की बेटी प्रीति रजक ने एक ऐसे खेल में अपने देश का नाम रोशन किया है, जिसका खर्चा उठाना उनके परिवार के लिए बेहद मुश्किल था। शॉटगन को महंगा खेल माना जाता है। इस गन की कीमत ही 3 से 5 लाख रुपए तक होती है। प्रीति दुनिया के कई देशों में पदक जीतकर भारत का परचम लहरा चुकी है। एकलव्य पुरस्कार से सम्मानित प्रीति वर्तमान में प्रोफेशनल यूनिवर्सिटी पंजाब से (बीपीईडी) बैचलर ऑफ फिजिकल एजुकेशन की पढ़ाई (सेकंड ईयर) कर रही हैं।

प्रीति की उपलब्धियां

प्रीति ने महज 15 साल की उम्र में मध्यप्रदेश खेल अकादमी भोपाल में प्रवेश लेने के बाद स्टेट, नेशनल और इंटरनेशनल में बेहतर प्रदर्शन कर भारत का नाम रोशन किया है। कोरिया के चांगवोन में 2022 में हुए इंटरनेशनल शूटिंग आईएसएसएफ वर्ल्ड कप में इंडिविजुअल टीम में उन्होंने सिल्वर जीता। जर्मनी में 8 मई से 21 जुलाई 2022 चले जूनियर वर्ल्ड कप में अकेले (इंडीविजुअल) टीम में सिल्वर मेडल जीतने में कामयाबी दर्ज की। इतना ही नहीं 11 वें इंटरनेशनल शॉटगन शूटिंग कप में फिनलैंड में वे भारत का नेतृत्व भी कर चुकी हैं।

प्रीति के पिता दीपक रजक की ड्राई क्लीन शॉप और मां ज्योत्सना रजक समाजसेवी हैं। बड़ी बहन शेफाली भी इंटरनेशनल शॉटगन शूटर है।

संदर्भ स्रोत : विभिन्न वेबसाइट

संपादन: मीडियाटिक डेस्क

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