जन्म दिनांक : 17 सितम्बर, जन्म स्थान : सीधी म.प्र.
माता : श्रीमती आराधना पाण्डेय, पिता : श्री अखिलेश पाण्डेय
शिक्षा : कक्षा 9वीं (अध्ययनरत), व्यवसाय : लोक गायिका
करियर यात्रा/जीवन यात्रा : मुख्य रूप से बघेली बोली में लोक गायन करने वाली मान्या महज 4 वर्ष की उम्र से ही लोकगीत गाने लगी थीं. उन्हें बघेली पारंपरिक लोकगीतों की प्रारम्भिक शिक्षा उनकी दादी श्रीमती बेलकली पाण्डेय एवं बड़ी मां शर्मिला पाण्डेय से प्राप्त हुई. इसके बाद जिले के ख्याति प्राप्त लोक गायक नरेन्द्र बहादुर सिंह द्वारा उन्हें प्राथमिक स्तर पर लोक संगीत की शिक्षा प्रदान की गई. वर्ष 2015 से 5 वर्ष की उम्र से मंचीय प्रस्तुति देना शुरू किया. वे अब तक देश के विभिन्न प्रदेशों में लगभग 422 मंचों सहित देश के विभिन्न राष्ट्रीय एवं प्रादेशिक न्यूज चैनलों में लोकगीतों की प्रस्तुति दे चुकी हैं. उनके पास 2 हज़ार से अधिक लोकगीतों का संकलन है. वे अपने गीतों के माध्यम से विगत कई वर्षों से प्रदेश सरकार की विभिन्न योजनाओं के प्रचार-प्रसार कर रही हैं.
उपलब्धियां/पुरस्कार
• 400 से ज्यादा बघेली, बुंदेली, अवधी, मैथिली, भोजपुरी व छत्तीसगढ़ी लोकगीत कंठस्थ
• तीन सौ से अधिक बघेली लोकगीतों की रिकॉर्डिंग
• प्रसिद्ध युवा लोक गायिका मैथिली ठाकुर के साथ दिल्ली में 2021 एवं 2022 में प्रस्तुति
• देश भर में दो सौ से अधिक शासकीय एवं अशासकीय सामाजिक कार्यक्रमों में प्रस्तुतियां
• जनसम्पर्क विभाग,मप्र से संबंधित तीर्थ दर्शन योजना, लाड़ली लक्ष्मी योजना, कन्या विवाह योजना, सुशासन, विकास यात्रा, लाडली बहना आदि योजनाओं के लिए गीतों का गायन
• मप्र शासन की अनुशंसा पर ‘कांसेप्ट कम्युनिकेशन कंपनी’ मुम्बई द्वारा इन्फ्लुएंसर नियुक्त
• मतदाता जागरूकता अभियान के पांच लोकगीत निर्वाचन आयोग द्वारा चयनित
ब्रांड एंबेसडर - मतदाता जागरूकता अभियान (विस चुनाव 2018 एवं लोस चुनाव 2019), बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ अभियान (2018 से 2020 तक), प्रदेश सरकार द्वारा चलाये जा रहे नारी सुरक्षा, नारी सम्मान कार्यक्रमों के लिए (2021), सीधी जिला प्रशासन द्वारा सीधी पर्यटन, सीधी पुलिस एवं मतदाता जागरूकता अभियान
वर्ष 2023 में रीवा में आयोजित ‘धरती कहे पुकार’ कार्यक्रम में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की उपस्थिति में प्रस्तुति. कार्यक्रम में प्रधानमंत्री ने मान्या की प्रशंसा की.
सहभागिता - भारत सरकार संस्कृति मंत्रालय नई दिल्ली, मध्य प्रदेश संस्कृति विभाग भोपाल, स्वराज संस्थान भोपाल, जनजातीय लोककला एवं बोली विकास अकादमी भोपाल, मध्य प्रदेश जन संपर्क विभाग भोपाल आदि शासकीय आयोजनों में सहभागिता
सम्मान
• वर्ष 2015 से अब तक शासकीय एवं अशासकीय संस्थाओं द्वारा लोकगायन के लिए उत्कृष्ट एवं विशिष्ट 248 से अधिक सम्मान प्राप्त हो चुके हैं.
• तत्कालीन संस्कृति एवं पर्यटन मंत्री (भारत सरकार) श्री प्रहलाद पटेल द्वारा देश की सबसे छोटी लोक गायिका की उपाधि (2019)
• महाउर कला सम्मान (2015)
• तुलसी सम्मान (2016)
• विंध्य कला सम्मान (2017)
• विंध्य शिखर सम्मान (2018)
• विन्ध्य लोकरंग सम्मान
• भारत सरकार संस्कृति मंत्रालय द्वारा कला सम्मान (2019)
• उत्तर प्रदेश काशी सम्मान (2020)
• छत्तीसगढ़ लोक कला सम्मान (2021)
• झारखंड कला सम्मान
• नर्मदा सम्मान (2022)
• नारायणी नमः सम्मान (2023)
• साहित्य कला अकादमी भोपाल द्वारा साहित्य सम्मान (2024)
• सरसी आइलैंड रिसोर्ट के उद्घाटन अवसर पर मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव द्वारा 51 हज़ार की राशि भेंट की गई.
• बाणभट्ट लोक कला सम्मान, बांधवगढ़ कला सम्मान, रामचरित मानस सम्मान, सीधी लोकरंग सम्मान, सोनांचल कला सम्मान, मतदाता जागरूकता सम्मान, स्वच्छता दूत सम्मान, नारी गौरव सम्मान, लाडली लक्ष्मी सम्मान, होली महोत्सव सम्मान, घाटी की सुगंध सम्मान, सुर-ताल सम्मान, संगीत योद्धा सम्मान, साहित्य सम्मान, संगीत शिखर सम्मान सहित अनेकों सम्मान तथा पुरस्कार प्राप्त.
अन्य जानकारी: • मान्या के पिता सामाजिक, शासकीय योजनाओं, संस्कार गीत, ऋतु गीत स्वयं लिखते हैं, जिसे मान्या स्वरबद्ध करती हैं
• बतौर ब्रांड एंबेसडर समय-समय पर जन जागरूकता को लेकर लोकगीतों की प्रस्तुतियां
• विंध्य क्षेत्र की इकलौती लोक गायिका, जिन्हें मप्र सरकार ने (कांसेप्ट कम्युनिकेशन कंपनी मुंबई) इन्फ्लुएंसर के लिए अनुशंसा प्रदान की
• वर्ष 2022 में ‘मामा का चला बुलडोज़र, अपराधी कांपी रहे थर-थर’ सोशल मीडिया में काफी लोकप्रिय हुआ.
• मान्या देश भर में बघेली लोकगीतों का विस्तार कर रही हैं तथा बघेली बोली, संस्कृति और परंपरा को बचाए रखने के लिए कृत संकल्पित हैं.