जन्म दिनांक: 12 अगस्त, जन्म स्थान: भिण्ड
माता: स्व.सुशीला तोमर, पिता: स्व.बी.एस.तोमर
जीवन साथी: श्री एन.एस.जादौन, संतान : पुत्री -01(स्मृतियां शेष), पुत्र-01.
शिक्षा: एम.ए.हिंदी, पीएचडी (दुष्यंत कुमार की ग़ज़लों पर)
व्यवसाय: प्राध्यापक (हिन्दी), लेखन
करियर यात्रा: 30 वर्ष के अध्यापन कार्य का अनुभव. वर्तमान में भोपाल के प्रतिष्ठित शासकीय महाविद्यालय में हिन्दी प्राध्यापक के पद पर कार्यरत तथा तथा महाविद्यालय की पत्रिका' सर्जना 'की संपादक, लेखन कार्य जारी.
उपलब्धियां/सम्मान
• सुषमा जी के निर्देशन में बी.यू. के पांच शोधार्थियों को पीएचडी उपाधि प्राप्त हुई
• लोटपोट, पराग, बालहंस जैसी बाल पत्रिकाओं से रचनाओं का प्रकाशन प्रारंभ. साप्ताहिक हिंदुस्तान, साक्षात्कार,राग भोपाली, कादम्बिनी में रचनाएं प्रकाशित.
प्रकाशन
• एक कविता संग्रह 'मैं पत्थर नहीं होना चाहती'
• एक संस्मरण डायरी ‘स्मृतियों में तुम’
सम्मान
• एम.ए.(हिंदी) में प्रावीण्य सूची में प्रथम स्थान प्राप्त करने पर पं.शिवनाथ उपाध्याय स्वर्ण पदक प्राप्त
• करवट कला परिषद की ओर से हिंदी आस्था सम्मान
रुचियां: कविता-कहानियां, संस्मरण और डायरी लिखना.
अन्य जानकारियां: बचपन से ही रचनात्मक अभिरुचि के चलते बाल साहित्य लेखन शुरू किया. मंचीय कवयित्री के रूप में लोकप्रियता तथा पहचान मिली और ‘मासूम’ उपनाम भी. इसी नाम से यूट्यूब चैनल शुरू किया. यूजीसी द्वारा दिए गए अनुदान से ‘संत काव्य’ और ‘पारिभाषिक शब्दावली’ पर परियोजनाएं पूरी कीं. बेटी अर्पिता के असमय अवसान के बाद उसके द्वारा बनाई गई 70 से अधिक पेंटिंग्स को कॉफी टेबल बुक 'आज़ाद हूं मैं' में डॉ. जादौन ने शब्दों में अभिव्यक्त किया है.