आयुषी  श्रीवास्तव 

Hot
-15%
आयुषी 

आयुषी  श्रीवास्तव 

ayushi.shrivastava11@gmail.com

2023-12-19 07:56:25

55

जन्म दिनांक : 29 सितम्बर, जन्म स्थान: सागर.

 

माता: श्रीमती मंजूलता श्रीवास्तव, पिता: श्री अरुण श्रीवास्तव.

 

शिक्षा: बीई (सिविल इंजीनियरिंग), एम.टेक. (सिविल). व्यवसाय: प्लानिंग इंजीनियर (सिविल). 

 

करियर यात्रा: करियर की शुरुआत ऑफ़शोर इन्फ्रास्ट्रक्चर लिमि. शामगढ़ मंदसौर में सिविल इंजीनियर के रूप में की. ट्रांसफर होने के बाद कुछ वर्ष मुंबई में कार्य किया. पिछले 3 वर्ष से ग्लोबल इंफ्रा सॉल्यूशन्स भोपाल में प्लानिंग इंजीनियर के रूप में कार्यरत.

 

उपलब्धियां/सम्मान 

• महात्मा गांधी दर्शन पुरस्कार (2020)

प्रतिभा सम्मान (ऑनलाइन-2020)

नारी शक्ति सम्मान (आसाम 2020)

ओएमजी बुक ऑफ़ रिकार्ड (2021)

मोनालिसा वुमन ऑफ़ दि अर्थ अवार्ड (2021)

लिम्का बुक ऑफ़ रिकार्ड (2022)

भोपाल की 51 अति प्रतिभाशाली महिलाओं में शुमार

प्रेस्टीजियम अवार्ड

जीनियसिस रिकार्ड

इंडिया स्टार बुक ऑफ़ रिकार्ड

स्टार बुक ऑफ़ रिकार्ड

तेलगु बुक ऑफ़ रिकार्ड

रिकार्ड राईजर अवार्ड

• पांडिचेरी बुक ऑफ़ रिकार्ड

उत्तरप्रदेश बुक ऑफ़ रिकार्ड

इंडिया स्टार आईकान अवार्ड

नारी प्रतिभा सम्मान

वुमन प्राईड अवार्ड

इंडिया स्टार अवार्ड

इंडिया स्टार पेशन अवार्ड

ब्रजभूमि फाउंडेशन द्वारा सम्मान

 नारी शक्ति सम्मान आदि

सिनेस्टार अक्षय कुमार एवं अन्य प्रतिष्ठित सिने कलाकार एवं पुलिस महानिदेशक मध्यप्रदेश द्वारा नकद पुरस्कार राशि सहित 3 सौ से अधिक पुरस्कार व सम्मान प्राप्त.

 

रुचियां: चित्रकला, समाज सेवा और विभिन्न वस्तुओं का संग्रह करना.

 

अन्य जानकारी: संग्रह- वर्ष 2015 से शादी के कार्ड का संग्रह करना शुरू किया. अब तक करीब 20 हज़ार शादी के कार्ड, 5 हजार से अधिक कम्प्यूटर सीडी (प्रत्येक सीडी पर भगवान गणेश जी की अलग-अलग आकृति), एक हजार से अधिक सिक्के जिसमें ग्वालियर की राजशाही मुद्रा व ईस्ट इंडिया कंपनी के दौरान चलने वाली मुद्रा, साथ ही डॉलर, यूरो, पौंड, सेंट, पेनी, आना आदि शामिल हैं. इसके अलावा इंग्लैंड, पाकिस्तान, नेपाल, मैक्सिको, यूएसए, कनाडा, जापान, मलेशिया, इटली, यूरोप, थाइलैंड, बैंकाक, नीदरलैंड, हांगकांग, घाना, ऑस्ट्रेलिया, चीन, ईस्ट अफ्रीका, तुर्की, मालदीव, सिंगापुर, फिलिस्तीन, सऊदी अरब, इराक, ईरान आदि देशों के 50 सिक्के संग्रहीत. नए प्रयोग करते हुए पुरातन (मांडना) कला एवं आधुनिक (मॉडर्न) कला के साथ चित्रकला, जिसे ‘आयुम आर्ट’  नाम दिया. इस विधा में वाटर एवं एक्रेलिक कलर से भगवान गणपति के विभिन्न चित्र (विनायक, विघ्नेश्वर, लंबोदर, एकदंत, गजानन आदि) बनाए गए