स्मृति गार्गव

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स्मृति

स्मृति गार्गव

smriti.gargava@gmail.com, smriti@ignou.ac.in.

2024-02-26 07:33:17

जन्म दिनांक: 15 नवम्बर 1976, जन्म  स्थान: भोपाल. 

 

माता: श्रीमती उषा सिन्हा, पिता: श्री रविन्द्र सिन्हा. 

 

जीवन साथी: श्री संदीप गार्गव. संतान: पुत्र-01. 

 

शिक्षा: बी.ए. (अर्थशास्त्र आनर्स), एम.ए., एम.फिल., पी.एच.डी. PGDDE (पी.जी. डिप्लोमा इन डिस्टेंस एजुकेशन). 

 

व्यवसाय: असिस्टेंट रीजनल डायरेक्टर- (IGNOU). 

 

करियर यात्रा: माता-पिता चित्रकार थे, इसी कारण चित्रकला बचपन से ही करती आ रही हैं. फाइन आर्ट से हायर सेकेंडरी में प्रावीण्य सूची में स्थान प्राप्त किया एवं बी.ए. (अर्थशास्त्र आनर्स) विश्वविद्यालय में प्रथम स्थान के साथ किया. एम.ए. एवं एम फिल (अर्थशास्त्र) बरकतुल्लाह विश्वविद्यालय से करने के साथ ही पीएससी की तैयारी भी प्रारंभ की. इसी बीच एक एनजीओ में नौकरी प्रारम्भ की. पीएचडी के लिए ओवरसीज़ डव्हलपमेंट इंस्टीट्यूट लंदन से शोधवृत्ति प्राप्त होने के बाद (अर्थशास्त्र)- 'Rural Livelihood Patterns and Their Diversification amongst the Economically Challenged Families - an inter generational and intra generational analysis based on sample survey of district Raisen, M.P.' विषय के साथ पीएचडी की उपाधि प्राप्त की. पीएचडी के साथ विभिन्न शासकीय/गैर शासकीय संस्थाओं में कार्य भी किया. इसके बाद आईआईएफएम भोपाल में जापान सरकार के एक प्रोजेक्ट में वरिष्ठ शोधकर्ता के रूप में कार्य करने का अवसर मिला. इसके बाद एक एनजीओ (डिबेट) में डिस्ट्रिक्ट मानव विकास रिपोर्ट कार्य करने का अनुभव मिला, आपदा प्रबंध संस्थान भोपाल में तीन वर्ष तक 10 जिलों में 'समुदाय आधारित आपदा प्रबंधन' पर कार्य किया और 10 जिलों व 225 गांवों के लिए आपदा प्रबंधन योजना बनायी. इसी बीच 2011 में IGNOU में चयनित होकर सहायक निदेशक के पद पर कार्यभार संभाला.

 

 उपलब्धियां/सम्मान 

• किशोरावस्था से ही विभिन्न कला गतिविधियों में शामिल हुईं और अनेक पुरस्कार एवं सम्मान प्राप्त किए.

• कई समूह और एक एकल प्रदर्शनियों में भाग लिया जिसमें प्रमुख रूप से भारत भवन, यूनिसेफ और रंगायन आर्ट गैलरी भोपाल शामिल हैं.

• 'The Endangered, can art save them?' विषय पर बनी पेंटिंग इंटरनेशनल आर्ट इम्पैक्ट गैलरी की वर्चुअल एग्जीबिशन) के लिए चयनित हुई. 

• करियर के लंबे गैप के बाद इन्होंने फिर से पेंटिंग करना शुरू किया और वर्ष (2017) में इनकी पहली एकल प्रदर्शनी (रंगायन, आर्ट गैलरी भोपाल) में लगी. इनके अधिकांश चित्र सामाजिक मुद्दों पर आधारित होते हैं. 

 

अन्य जानकारी: इन्होंने अनेक सरकारी और निजी संगठनों में सामाजिक-आर्थिक अनुसंधान और विकास परियोजनाओं पर काम किया है. वर्ष 2011 से इग्नू रीज़नल सेंटर भोपाल में सहायक क्षेत्रीय निदेशक के पद पर पदस्थ हैं. इग्नू में वे ग्रामीण और आदिवासी क्षेत्रों में उच्च शिक्षा के प्रसार के लिए प्रयासरत हैं. उन्नत भारत अभियान के अंतर्गत वे ग्रामों के विकास के लिए प्रतिबद्ध हैं, उदाहरणार्थ, उन्होंने खंडवा जिले के एक गाव  सिंगोट में 50  से अधिक बालिकाओं को ग्राम पंचायत और इग्नू अध्ययन केन्द्र के सहयोग से ग्राम में ही शिक्षण व्यवस्था उपलब्ध करवाई.

 

रुचियां: ट्रेवलिंग, संगीत सुनना, ग्रामीण और आदिवासी क्षेत्रों में भ्रमण.