जन्म दिनांक: 10 जून, जन्म स्थान: नागपुर
माता: श्रीमती सुनीता छिब्बर, पिता: श्री गोपाल कृष्ण छिब्बर.
शिक्षा: एलएलएम (ह्यूमन राइट्स) नेशनल लॉ यूनिवर्सिटी, भोपाल.
व्यवसाय: वकील
करियर यात्रा: पुलिस सुधार, आपराधिक न्याय प्रणाली के क्षेत्रों में 9 वर्षों का अनुसंधान और पुलिस ट्रेनिंग का अनुभव. जून 2014 से अगस्त 2021 तक कॉमनवेल्थ ह्यूमन राइट्स इनिशिएटिव, दिल्ली के साथ काम करने के दौरान भारत के कई राज्यों के पुलिस स्टेशनों पर गहन-अनुसंधान किया. 2021 से जनवरी 2023 तक जे-पाल साउथ एशिया में 'एनजेंडरिंग पुलिसिंग' प्रोजेक्ट (मध्यप्रदेश में महिलाओं की न्याय तक पहुंच बढ़ाने के लिए सुधारों के मूल्यांकन पर केंद्रित) पर रिसर्च एसोसिएट के रूप में काम करने का अनुभव.
उपलब्धियां/सम्मान
• अफ्रीका और दक्षिण एशिया के सूचना आयुक्तों और नागरिक समाज संगठनों के लिए 'सूचना का अधिकार' विषय पर अनेक क्षमता निर्माण कार्यक्रम संचालित.
• पुलिस मुख्यालय-देहरादून, सशस्त्र प्रशिक्षण केंद्र-हरिद्वार सहित देश की कई पुलिस प्रशिक्षण अकादमियों में (वर्चुअल) प्रशिक्षण सत्रों का आयोजन.
• न्याय आधारित महिला-केंद्रित पाठ्यक्रमों पर देश की विभिन्न पुलिस प्रशिक्षण अकादमियों में अतिथि संकाय के रूप में प्रशिक्षण कार्यशालाओं का आयोजन.
• दिल्ली के 162 पुलिस स्टेशनों का निरीक्षण करके अपराध और पुलिस व्यवस्था पर जानकारी एकत्रित कर निष्कर्षों का दस्तावेजीकरण किया जो दिसंबर 2015 में जारी श्वेत पत्र (दिल्ली में पुलिस और कानून व्यवस्था की स्थिति) में प्रकाशित हुआ.
• 26-27 अक्टूबर 2017 को ढाका, बांग्लादेश में आयोजित 'क्षेत्रीय विशेषज्ञ सम्मेलन' में भारत का प्रतिनिधित्व किया.
• 14-26 अक्टूबर 2018 को जर्मनी के गमर्सबैक में आयोजित अंतर्राष्ट्रीय सेमिनार में भारत का प्रतिनिधित्व.
• जून 2019 में नेशनल लॉ यूनिवर्सिटी (एनएलयू), दिल्ली में 'पीड़ित न्याय के लिए अभियोजन में सुधार' विषय पर आयोजित दो दिवसीय अंतर्राष्ट्रीय सम्मेलन में शोध पत्र प्रस्तुत
• यूरोपीय संघ (ईयू) परियोजना ‘दक्षिण एशिया में नागरिक समाज और पुलिस सुधार’ पर काम किया.
अन्य जानकारी:
• भारत सरकार के रक्षा मंत्रालय के तहत एनसीसी प्रमाणपत्र 'ए' परीक्षा उत्तीर्ण. मैसाचुसेट्स इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी से 'सोशल एंड बिहेवियरल रिसर्च इन्वेस्टिगेटर्स' पर बेसिक ऑनलाइन कोर्स किया.
• केंद्रीय पुलिस प्रशिक्षण अकादमी (सीएपीटी), भोपाल द्वारा देश के प्रमुख संस्थानों (मध्य प्रदेश पुलिस अकादमी-भौरी, उत्तर पूर्व पुलिस अकादमी-शिलांग, जवाहरलाल नेहरू पुलिस अकादमी-सागर, राष्ट्रीय फोरेंसिक विज्ञान विश्वविद्यालय- भोपाल आदि) में ‘मानवाधिकार’ केंद्रित विषयों पर मास्टर ट्रेनर/ विशेषज्ञ वक्ता के रूप में नियमित रूप से आमंत्रित.
• जम्मू-कश्मीर सहित देश के विभिन्न हिस्सों में महिला सहायता समूहों, नागरिक समाज के सदस्यों, छात्रों, मीडियाकर्मी, विकलांगों, पब्लिक इन्फोर्मेशन आफ़िसर्स आदि के लिए सूचना के अधिकार (आरटीआई) पर क्षमता विकास कार्यशालाएं आयोजित.
विदेश यात्रा: जर्मनी, बांग्लादेश
रुचियां: शोध और प्रशिक्षण कार्य.