डॉ. छाया मटंगे

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छाया

डॉ. छाया मटंगे

2024-02-01 09:53:21

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जन्म दिनांक : 28 अगस्त 1956

 

जन्म स्थान: ग्वालियर.

 

माता: श्रीमती स्नेहलता, पिता: स्व. श्री विष्णु पन्त.

 

शिक्षा: एम.ए. (कंठ संगीत- प्रावीण्य सूची में प्रथम एवं स्वर्ण पदक), पीएचडी देवी अहिल्या वि.वि. इंदौर.

 

व्यवसाय: शास्त्रीय गायिका, संस्थापक- इन्द्रधनुष संगीत उपचार संस्था.

 

जीवन यात्रा/करियर यात्रा: प्रारम्भिक शिक्षा ग्वालियर के प्रतिष्ठित गायक मोरधोड़े जी से प्राप्त करने के बाद विधिवत गायकी की शिक्षा इंदौर के प्रसिद्ध गायक श्री शशिकांत ताम्बेजी से ग्रहण की. डेली कॉलेज इंदौर- प्राध्यापिका के रूप में कार्य किया. वे भोपाल दूरदर्शन एवं आकाशवाणी की नियमित कलाकार भी रहीं. उन्होंने हिन्दी कवि सूर्यकांत त्रिपाठी निराला, महादेवी वर्मा, जयशंकर प्रसाद की कविताओं-गीतों से गायन के स्वतंत्र कार्यक्रंम, दूरदर्शन भोपाल के लिए वरिष्ठ गायकों (भीमसेन जोशी, उस्ताद बिस्मिल्लाह खां, गोपालकृष्ण शर्मा, गिरीजा देवी, पं. हरिप्रसाद चौरसिया आदि) के साक्षात्कार. कैंसर से उबरने पर कैंसरपीड़ितों के लिए “इन्द्रधनुष संगीत उपचार संस्था” की स्थापना एवं ओउम ध्वनि से काउंसिलिंग सतत जारी है. डॉ. छाया को 2007 में कैंसर हुआ. उन्होंने संगीत में पीएचडी की थी इसलिए संगीत की ताकत का अंदाजा़ था. लिहाज़ा कैंसर के इलाज के साथ-साथ उन्होंने संगीत को भी उपचार का माध्यम बनाया.  2009 में ठीक होने के बाद उन्होंने संगीत के जरिए रोगियों को ठीक करने का बीड़ा उठाया. इसके लिए इंद्रधनुष संगीत उपचार संस्था बनाई. वे अभी तक सैकड़ों कैंसर रोगियों को स्वास्थ्य लाभ दे चुकी हैं. उन्होंने इंद्रधनुष कैंसर रोगी सपोर्ट ग्रुप भी तैयार किया है ताकि अधिक से अधिक कैंसर रोगियों को स्वास्थ्य लाभ दिया जा सके. मात्र 9 लोगों से शुरू हुआ यह ग्रुप आज करीब 250 लोगों के समूह के रूप में कार्य कर रहा है. इसमें दौ सो से अधिक कैंसर पीड़ित शामिल हैं.

 

उपलब्धियां/पुरस्कार:

 

• भक्ति संगीत एवं दरबारी संगीत का प्रकाशन व विमोचन- 1999

• सम्पूर्ण हिन्दी गीत रामायण की प्रस्तुति

• हिन्दी के अलावा अन्य प्रांतीय भाषाओं (राजस्थानी, मराठी, गुजराती, पंजाबी, बंगाली, मालवी) में गायन

• शास्त्रीय संगीत, उप शास्त्रीय संगीत, भजन, पोवाड़ा की अनेक स्थानों पर सफल प्रस्तुति

•  म.प्र. के तत्कालीन राज्यपाल द्वारा म.प्र. में संगीत में प्रथम आने पर राजभवन में सम्मान (1994/2000)

• फ्रांस के राजदूत द्वारा सम्मानित

• शरद पवार द्वारा सम्मान (पोवाडा गायन विधा 1993)

• पुस्तक ‘भक्ति संगीत एवं दरबारी संगीत’ को हरिहर द्विवेदी पुरस्कार.

 

विदेश यात्रा: स्वीटजरलैंड, अमेरिका, चीन. ऑस्ट्रिया, जर्मनी, इटली, फ्रांस आदि.

 

रुचियां: संगीत, लेखन