सेंट्रल इंडिया की सबसे तेज महिला धावक बनीं

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सेंट्रल इंडिया की सबसे तेज महिला धावक बनीं
इंदौर की सपना, वर्ल्ड मैराथन में पहुंची

छाया: सपना सोजतिया के फेसबुक अकाउंट से 

• 3.53 घंटे में फुल मैराथन पूरी कर शिकागो और बोस्टन के लिए चयन, इस साल बर्लिन जाएंगी

मुंबई में हुई टाटा मुंबई मैराथन 2024 को पूरी करने के साथ इंदौर की अल्ट्रा रनर सपना सोजतिया ने वर्ल्ड मेजर 6 मैराथन में भी अपनी जगह बना ली है। वे अगले साल शिकागो और बोस्टन में होने वाली मैराथन में हिस्सा लेंगी। सेंट्रल इंडिया से वर्ल्ड मैराथन  मेजर्स में पहुंचने वाली वे पहली महिला धावक होंगी। 

उल्लेखनीय है कि एशिया की सबसे बड़ी मैराथन में से एक टाटा मुंबई मैराथन में इंदौर के 55 धावकों ने भाग लिया। सभी ने इस मैराथन को सफलता पूर्वक पूरा किया और स्वच्छता का संदेश देने वाले इंदौर की बातों से दुनियाभर के धावकों को अवगत कराया।

अंतरराष्ट्रीय धावक और कोच मनीष गौड़ ने बताया कि मुंबई की गर्मी एक चुनौती थी, लेकिन सभी धावकों ने शानदार प्रशिक्षण की बदौलत इस पर पार पाया। यह मैराथन 42 किमी की थी. जिसके लिए सभी धावक पिछले पांच महीने से तैयारी में लगे थे। इसमें इंदौर के 40 से 62 वर्ष तक के धावकों ने भाग लिया। शहर के डॉक्टर्स, बिजनेसमैन, टीचर्स आदि इसमें शामिल थे। 

सपना ने सिर्फ 3 घंटे 53 मिनट की अवधि में पूरी की रन
सपना सोजतिया ने 42.195 किलोमीटर की फुल मैराथन सिर्फ 3 घंटे 53 मिनट की अवधि में पूरी की। वे सेंट्रल इंडिया की सबसे तेज महिला धावक बन गई हैं। वर्ल्ड मेजर 6 मैराथन बोस्टन, शिकागो, न्यूयॉर्क, लंदन, टोक्यो और बर्लिन में होती है। मुंबई मैराथन में प्रदर्शन के आधार पर समय के लिहाज से उन्हें बोस्टन और शिकागो मैराथन के लिए प्रवेश मिल गया है। बोस्टन मैराथन अप्रैल 2025 में और शिकागो में अक्टूबर 2025 में होगी। मुंबई मैराथन में उन्होंने तीसरी बार हिस्सा लिया। पहले साल 4 घंटे 20 मिनट, दूसरी बार 3 घंटे 57 मिनट और तीसरी बार में सिर्फ 3 घंटे 53 मिनट में मैराथन पूरी कर रिकॉर्ड बनाया। सपना फीमेल कैटेगरी में बोस्टन और शिकागो मैराथन में सेंट्रल इंडिया से जाने वाली पहली रनर भी बन गई हैं। वे 50 से 55 उम्र के ग्रुप में हिस्सा लेंगी।

सपना कहती हैं, इस सफलता के पीछे मेरे कोच राजेश पोरवाल का अहम योगदान है। फुल मैराथन के प्रशिक्षण के लिए 1 से डेढ़ हजार किमी का अभ्यास जरूरी होता है। कोच के सहयोग से ही यह संभव हो पाया है। फिलहाल मैं इस साल बर्लिन में होने वाली मैराथन की तैयारी में जुटी हूँ। वे बताती हैं इससे पहले मैंने 72 किमी का खादुंगला चैलेंज और 92 किमी की कॉमरेड रन भी पूरी की है।

संदर्भ स्रोत: अमर उजाला

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