छाया: मैनिट के फेसबुक पेज से
भोपाल। मौलाना आजाद नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी (मैनिट) की सीनियर प्रोफेसर डॉ. ज्योति सिंघई को एम्स भोपाल और भारतीय चिकित्सा अनुसंधान परिषद (ICMR) से डेढ़ करोड़ रुपये का बड़ा रिसर्च प्रोजेक्ट प्राप्त हुआ है। इस प्रोजेक्ट के अंतर्गत वे एम्स भोपाल के सहयोग से स्कूल जाने वाले बच्चों में मायोपिया (नजदीक की दृष्टि दोष) के कारणों और उसके प्रोग्रेशन पर शोध करेंगी। इसमें शहर और ग्रामीण क्षेत्रों के बच्चों, हाई-एंड प्राइवेट स्कूलों से लेकर सामान्य सरकारी स्कूलों के बच्चों को शामिल किया जाएगा। इस शोध का उद्देश्य बच्चों की दृष्टि कमजोर होने के सामाजिक, आर्थिक और जीवनशैली से जुड़े कारणों का विश्लेषण करना और इसे रोकने के उपायों पर ध्यान केंद्रित करना है।
प्रो. ज्योति सिंघई मैनिट के इलेक्ट्रॉनिक्स एंड कम्युनिकेशन विभाग में 1994 से कार्यरत हैं और वे उच्च शैक्षणिक ग्रेड पे पर प्रोफेसर के पद पर हैं। उनके नाम दो पेटेंट दर्ज हैं, जिनमें से एक 5G एंटीना संरचना पर है, जो बेहतर कनेक्टिविटी और सिग्नल रिसेप्शन में मदद करती है। प्रो. सिंघई का कहना है, "मेरा पूरा करियर इस सोच पर आधारित है कि विज्ञान और प्रौद्योगिकी कैसे आम लोगों के जीवन को अधिक सुखद और सुविधाजनक बना सकती है।"
सन्दर्भ स्रोत : दैनिक भास्कर
सम्पादन : मीडियाटिक डेस्क
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