फेडरेशन कप में रजत पदक के साथ

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फेडरेशन कप में रजत पदक के साथ
दिव्या का राष्ट्रीय कैंप के लिए चयन

भोपाल।  मध्य प्रदेश की उभरती बॉक्सर दिव्या पवार के लिए समर कैंप एक वरदान साबित हुआ है। कभी अपने पिता के साथ शौकिया तौर पर तात्या टोपे स्टेडियम में समर कैंप में भाग लेने वाली दिव्या आज देश की चुनिंदा बाक्सरों में शामिल हो गई हैं।

हाल ही में चेन्नई में आयोजित फेडरेशन कप में रजत पदक जीतने के बाद अब वह पटियाला में आयोजित एशियन गेम्स के राष्ट्रीय कैंप में देश की शीर्ष खिलाड़ियों के साथ अभ्यास करेंगी। दिव्या ने बताया कि जब वह पिता के साथ तात्या टोपे स्टेडियम में समर कैंप में भाग लेती थीं, तब उन्होंने कभी नहीं सोचा था कि वह भारत के लिए खेलेंगी। दिव्या ने पिछले कई वर्षों से प्रदेश और देश के लिए खेला है। इस वर्ष उत्तराखंड में आयोजित राष्ट्रीय खेलों में उन्होंने स्वर्ण पदक जीता था। 

सर्बिया में आयोजित अंतरराष्ट्रीय प्रतियोगिता में भी उन्होंने भाग लिया और पदक जीता। चेन्नई में मिली यह जीत उनके लिए बहुत महत्वपूर्ण है, क्योंकि इसी जीत के आधार पर उन्हें भारत के राष्ट्रीय कैंप के लिए चयनित किया गया है। यह कैंप एनआइएस पटियाला में आयोजित हो रहा है, और इसी के आधार पर 2026 की एशियन गेम्स के लिए भारतीय टीम में चयन किया जाएगा। दिव्या ने कहा, "मेस पूरा प्रयास है कि इस कैंप में अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करूं और भारत की टीम में स्थान बनाऊं, ताकि देश के लिए पदक जीत सकूं।"

उन्होंने बताया कि 2017 में पहली बार ट्रायल में भाग लेकर अकादमी के लिए चयनित होने के बाद उनकी किस्मत बदल गई। मप्र बॉक्सिंग अकादमी के प्रशिक्षक रोशनलाल के मार्गदर्शन में उन्हें अभ्यास करने का अवसर मिला। उन्होंने बताया कि प्रशिक्षक रोशनलाल और नेहा कश्यप ने हमेशा मेरा मोटिवेशन किया है और आज भी कर रहे हैं। "दिव्या का लक्ष्य बहुत कठिन है, लेकिन वह इसे नामुमकिन नहीं मानतीं। उनका सपना है कि वह एशियन गेम्स में पदक जीतकर ओलिंपिक में क्वालिफाई करें। वह चाहती हैं कि ओलिंपिक में भारत का प्रतिनिधित्व करते हुए पदक जीतने पर राष्ट्रीय गान गूंजे।

सीआइएसएफ में हेड कांस्टेबल हैं

23 वर्षीय दिव्या पवार 54 किलोग्राम भार वर्ग में खेलती हैं। उन्होंने इस आयु वर्ग में राष्ट्रीय खेल, यूथ गेम्स और सर्बिया में आयोजित ग्लोब चैंपियनशिप में देश और प्रदेश के लिए पदक जीते है। वह भोपाल में कालेज की पढ़ाई भी कर रही है। इसी वर्ष दिव्या ने सीआइएसएफ में हैड कास्टेबल के पद पर ज्वाइन किया है और मधुवन में आयोजित आल इंडिया पुलिस गेम्स में स्वर्ण पदक भी जीता है।

सन्दर्भ स्रोत : नवदुनिया 

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