भोपाल। राजधानी की युवा और प्रतिभाशाली चित्रकार शिवानी धुरिया अपनी रंगों की अनूठी अभिव्यक्ति के साथ अब मुंबई के प्रतिष्ठित आर्ट प्लाज़ा गैलरी में अपनी कला का जादू बिखेरने जा रही हैं। 24 से 30 नवंबर 2025 तक आयोजित होने वाली सामूहिक चित्र प्रदर्शनी ‘रंग विमर्श’ में उनके चयनित चित्र प्रदर्शित किए जाएंगे। इस प्रतिष्ठित ग्रुप शो में देश के 12 से अधिक राज्यों के चुने हुए कलाकार भाग लेंगे, जिनमें शिवानी मध्यप्रदेश का प्रतिनिधित्व करेंगी।
रंगों की भाषा में संवेदनाओं की अभिव्यक्ति
भोपाल में जन्मी शिवानी बचपन से ही रंगों और कूचियों की सजीली दुनिया की ओर आकर्षित रही हैं। वे कहती हैं — “रंग मेरे लिए केवल माध्यम नहीं, बल्कि भावना की भाषा हैं। हर स्ट्रोक मेरे अनुभव और संवेदनाओं का विस्तार है।” उनका कहना है कि बचपन से ही उनके भीतर सृजन का बीज अंकुरित हुआ, जिसे उनके पिता के प्रोत्साहन और सहयोग ने एक गहन कलात्मक वृक्ष का रूप दिया।
कला बनी जीवन का स्थायी हिस्सा
शिवानी बताती हैं कि उनका परिवार संगीत के क्षेत्र से जुड़ा है। यही कारण था कि आरंभिक दिनों में उन्होंने संगीत को भी अपनाया, लेकिन कला के रंगों ने उन्हें हमेशा अपने पास बनाए रखा। संगीत में स्नातक करने के बाद उन्होंने फाइन आर्ट को अपने जीवन का स्थायी हिस्सा बना लिया। शिवानी पिछले पांच से छह वर्षों से वे एब्स्ट्रैक्ट फॉर्म में कार्य कर रही हैं। उनका प्रिय माध्यम है एक्रेलिक ऑन वॉटरकलर, जिसके जरिए वे अपनी भावनाओं और अमूर्त विचारों को रूप देती हैं।
रंगों में जीवंत संवाद
उनकी कृतियों में रंगों का संतुलन, गहराई और गति एक जीवंत संवाद रचते हैं। मुंबई की प्रदर्शनी ‘रंग विमर्श’ में उनके चित्र न केवल कलात्मक परिपक्वता को प्रदर्शित करेंगे, बल्कि यह भी सिद्ध करेंगे कि भोपाल की नई पीढ़ी भारतीय कला जगत में अपनी विशिष्ट पहचान बना रही है। शिवानी के लिए यह प्रदर्शनी सिर्फ एक कला आयोजन नहीं, बल्कि एक सपने के साकार होने का क्षण है — जहाँ उनकी कूची के हर स्पर्श में जीवन, संवेदना और सृजन का संगम झलकता है।
सन्दर्भ स्रोत/छाया : स्व संप्रेषित
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