छाया: देशबन्धु
बैतूल, देशबन्धु। बेटी किसी भी मुकाम पर बेटों से कमतर नहीं रही है चाहे हालात कैसे भी हों। इसका ताजा उदाहरण हाल ही में एक गरीब किसान की बेटी है, जो अपने दम पर सबके लिए प्ररेणा बन चुकी है। उल्लेखनीय है कि जिले के ग्राम ठानी की रहने वाली आशा धुर्वे का चयन भारतीय सेना के आसाम रायफल रेजिमेंट के लिए हुआ है। गौरतलब है कि इस बेटी ने प्रत्येक चुनौती का सामना करते हुए यह कठिन मुकाम हासिल किया है। यह कहावत बेटी आशा धुर्वे पर खरी उतरती है कि मेहनत और लगन के बल पर कुछ भी हासिल किया जा सकता है। इस लाइन पर खरी उतरने वाली बेटी आशा धुर्वे साधारण प्रशिक्षण प्राप्त कर जिले की समस्त बेटियों के लिए प्रेरणा बनी है।
पूर्व सैनिक संगठन बैतूल के उपाध्यक्ष केवल राम यादव ने बताया कि इस बेटी की प्रारंभिक शिक्षा गुरु नानक हायर सेकेंडरी स्कूल बोड़खी आमला से हुई है। इसके बाद विजन नर्सिंग कालेज में बीएससी नर्सिंग की पढ़ाई के दौरान कम्पीटिशन परीक्षा की तैयारी की और एसएसजीडी परीक्षा उत्तीर्ण कर 1 अप्रैल 2021 में भारतीय सेना में देश सेवा के लिए कदम आगे बढ़ाया। यादव ने बताया श्री गुरु साहब सेवा युवा मंडल मलाजपुर, पूर्व सैनिक संगठन बैतूल इस बेटी के जज्बे को सलाम करते हैं, गर्व महसूस करते हैं।
संदर्भ स्रोत : देशबन्धु भोपाल
Comments
Leave A reply
Your email address will not be published. Required fields are marked *