जन्म: 30 मई, स्थान: कटनी,
माता: स्व. श्रीमती लक्ष्मी गौतम, पिता: श्री बिहारीलाल गौतम.
जीवन साथी: डॉ. कौशलेंद्र विक्रम मिश्र.
शिक्षा: एम.फिल (हिन्दी साहित्य) अवधेश प्रताप सिंह विवि- रीवा, (1997), I.G.D. बॉम्बे परीक्षा (2006), एम.ए. ड्रॉइंग एंड पेंटिंग, देवी अहिल्या वि.वि. इंदौर, प्रथम स्थान (2006-07), पी.एच.डी- ड्राइंग एंड पेंटिंग, देवी अहिल्या वि.वि. इंदौर (2014).
व्यवसाय: निदेशक- फ़ाइन आर्ट सेंटर आज़मगढ़/स्वतंत्र कलाकार.
करियर यात्रा: अब तक राष्ट्रीय स्तर की 12 चित्रकला प्रदर्शनियां, साथ ही अनेक चित्रकला कार्यशालाएं /लाइव पेंटिंग आयोजित की हैं. 50 से भी अधिक राष्ट्रीय/अंतरराष्ट्रीय चित्रकला व ऑनलाइन चित्रकला प्रतियोगिताओं में प्रतिभागी. तीन राष्ट्रीय ऑनलाइन चित्रकला प्रतियोगिताएं: 1. पंचतत्व -2017, 2. गणेश -2018, 3. लोकरंग -2019 का सफलतापूर्वक आयोजन.
उपलब्धियां/सम्मान: पावर वीमेन (2016), नारी शक्ति सम्मान (2016), नटराज कला क्षेत्र, रेवाड़ी, हरियाणा द्वारा कला निधि अवॉर्ड (2017), क्षितिज आर्ट सोसायटी, गुड़गांव द्वारा क्षितिज अलंकार अवॉर्ड (2017), कलाकार फ़ाउंडेशन, दिल्ली द्वारा कला प्रतिष्ठा अवॉर्ड (2017), दिव्य जीवन हेल्थ एंड एजुकेशन सोसाइटी, भोपाल द्वारा भारत के शीर्ष कलाकार अवॉर्ड (2018), स्वामी विवेकानंद संस्थान, आज़मगढ़ द्वारा कला-सेवी सम्मान (2018), औरा प्लेनेट, नई दिल्ली द्वारा रतन-ए-हिंद अवार्ड (2018), जसनूर डिवाइन फ़ाउंडेशन, चंडीगढ़ द्वारा अमृता शेरगिल अवार्ड (2018), नटराज आर्ट ज़ोन, रेवाड़ी, हरियाणा द्वारा सर्वश्रेष्ठ कलाकार अवॉर्ड (2018), अग्निपथ आर्ट सोसायटी, नई दिल्ली द्वारा शान-ए-समाज अवॉर्ड (2019), कला-रतन अवॉर्ड तथा टैलेंट ऑफ़ द ईयर अवॉर्ड (2018), रेड आर्ट, इंदौर द्वारा सर्वश्रेष्ठ कला अवॉर्ड तथा गुरु-द्रोणा अवॉर्ड (2019), विशेष- 30 जुलाई 2020 को कोरोना योद्धाओं के सम्मान व जन जागरूकता के लिए 1200 वर्ग फ़ीट में इनके द्वारा बनाई रंगोली के आधार पर इनका नाम वर्ल्ड रिकार्ड्स इंडिया में दर्ज हुआ. संग्रह- डॉ लीना की पेंटिंग्स देश के कई शहरों आजमगढ़, इंदौर, पुणे, मुम्बई, गुजरात व विदेशों में निजी संग्रह के रूप में स्थान पा चुकी हैं.
विदेश यात्रा: नेपाल. रुचियां: काव्य लेखन, संगीत.
अन्य जानकारी: डॉ. लीना मिश्रा फ़ाइन आर्ट सेंटर के माध्यम से 1000 से अधिक लड़कियों को विभिन्न पाठ्यक्रमों (स्केचिंग, पेंटिंग, मेहँदी, रंगोली, कैलीग्राफी आदि) में प्रशिक्षण प्रदान कर चुकी हैं, साथ ही आईजीडी बॉम्बे आर्ट, बीएफ़ए और एनआईएफ़टी प्रवेश के लिए कोचिंग भी कराती हैं. फ़ाइन आर्ट सेंटर ने महिला कलाकारों के लिए प्रदर्शनी सह बिक्री मंच भी प्रदान किया है, जिससे वे अपने उत्पादों की बिक्री कर आर्थिक रूप से भी सबल हो रही हैं. कई पेंटिंग्स, पोर्ट्रेट्स, पेंटेड बेडशीट, टी-शर्ट्स, पेंटेड शॉपिंग बैग्स की भारत और विदेश के विभिन्न शहरों में बिक्री होती है. कई छात्राएं आजमगढ़, वाराणसी, पुणे आदि शहरों में विभिन्न स्कूलों में कला शिक्षक के रूप में कार्यरत हैं व कई स्वतंत्र रूप से कला प्रशिक्षण संस्थान चला रही हैं.