जन्म दिनांक : 16 मई, जन्म स्थान: टीकमगढ़.
माता: श्रीमती उमा द्विवेदी, पिता: श्री अमरनाथ द्विवेदी.
जीवन साथी: श्री मनोज त्रिपाठी. संतान: पुत्र -01.
शिक्षा: बीटेक, एमबीए, डिप्लोमा इन मास कम्युनिकेशन एंड जर्नलिज्म, एलएलबी, सर्टिफाइड एनएलपी (न्यूरो लिंग्विस्टिक प्रोग्रामिंग) मास्टर प्रैक्टिशनर, सर्टिफाइड काउंसलर, सर्टिफाइड इंटरनेशनल काउंसलिंग प्रोफेशनल, क्लिनिकल हिप्नोथेरेपिस्ट (लेवल -1), सर्टिफाइड एडवांस लाइफ कोच, सर्टिफाइड एनएलपी हिप्नोटिस्ट.
व्यवसाय: सामाजिक कार्यकर्ता, फ्रीलांस ट्रेनिंग कंसल्टेंट, करियर काउंसलर, POSH -(प्रिवेंशन ऑफ सेक्सुअल हैरेसमेंट), ट्रेनर एंड कंसल्टेंट, एडवोकेट. संस्थापक सदस्य- ‘सुफल’ (स्वयंसेवी संस्था),
करियर यात्रा: कुछ स्थापित कार्पोरेट संस्थाओं (डेल इंडिया प्रा.लि., जेनोवेट सोल्यूशन प्रा.लि) के साथ मिलकर कार्यस्थल पर महिलाओं के साथ होने वाले यौन उत्पीड़न की समस्या एवं रोकथाम को लेकर कार्य की शुरुआत. बाद में आस्था, डीडी भारती, डीडी - एमपी इत्यादि चैनलों के साथ मिलकर काम किया. फिर 'पोश' संस्था के साथ ट्रेनर और सलाहकार और करियर काउंसलर के रूप में व्यावसायिक यात्रा शुरू की. ‘सुफल’ संस्था के माध्यम से महिला सशक्तिकरण, जेंडर सेंसिटाइजेशन करने, यौन प्रताड़ना रोकने और बाल शिक्षा की दिशा में काम कर रही हैं.
उपलब्धियां/सम्मान
एक भजन संध्या के लिए भजन सम्राट अनूप जलोटा के साथ साझा मंच पर प्रदर्शन. आशुतोष राणा, बाबा रामदेव, राजपाल यादव जैसे प्रसिद्ध व्यक्तियों का साक्षात्कार. ग्रीन ऑस्कर विजेता श्री माइक एच पांडे के साथ काम करने का अवसर मिला. नोबेल पुरस्कार विजेता कैलाश सत्यार्थी के साथ बच्चों के लिए काम किया.
सम्मान
• आईएससीएचएस (इंटरनेशनल स्कूल ऑफ काउंसलिंग एंड होलिस्टिक स्टडीज़) में गोल्ड लेवल मेंबर
• ‘कार्य स्थल पर यौन उत्पीड़न की रोकथाम’ के लिए महिला एवं बाल विकास विभाग म.प्र. शासन के साथ कार्यरत.
• म.प्र., रवीन्द्रनाथ टैगोर वि.वि. द्वारा SUFAL NGO के लिए स्टैंड अप अवार्ड
• टाइम्स म्यूज़िक के साथ एक एल्बम ‘भस्म आरती’ रिलीज़.
रुचियां: न्याय के लिए लड़ना, दूसरों को प्रोत्साहित करना, निराश्रित महिलाओं, बच्चों की मदद करना, गायन, लेख/कविता लेखन, नई जगहों पर घूमना, नए लोगों से मिलना.
अन्य जानकारी: सदस्य-आंतरिक समिति, एनआईडी (राष्ट्रीय डिजाइन संस्थान), वंचित बच्चों के लिए संडे स्कूल संचालित किये. गरीब लोगों के लिए मुफ्त कानूनी शिविरों का आयोजन.