जन्म दिनांक: 08 सितम्बर, जन्म स्थान: ग्वालियर.
माता: श्रीमती विनोद त्रिवेदी, पिता: स्व. श्री सुरेन्द्र मोहन त्रिवेदी.
शिक्षा: बी.एस.सी., एम.ए. (इतिहास).
व्यवसाय: अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक (शासकीय सेवा).
करियर यात्रा: मध्यप्रदेश के मुरैना, शिवपुरी, मंडला व शाजापुर में शिक्षा सम्पन्न हुई. वर्ष 2000 में उप पुलिस अधीक्षक के रूप में पुलिस सेवा में ज्वाइन किया. इनकी पदस्थापनायें विदिशा, शिवपुरी, ग्वालियर, उज्जैन व भोपाल में रही. वर्तमान में भोपाल में आर्थिक अपराध प्रकोष्ठ में सहायक महानिरीक्षक के पद पर पदस्थ हैं. वर्ष 2007 से ब्लॉग में नियमित लेखन प्रारंभ किया. कविता, कहानी, व्यंग्य व यात्रा संस्मरण विधाओं में सतत् लिखती रहीं व देश की विभिन्न पत्र-पत्रिकाओं में इनकी रचनाएं प्रकाशित होती रहीं.
उपलब्धियां/सम्मान
• विभिन्न पत्र-पत्रिकाओं में कविता, कहानी, व्यंग्य व यात्रा संस्मरणों का नियमित प्रकाशन
• विभिन्न प्रतिष्ठित मंचों पर कविता व व्यंग्य पाठ.
प्रकाशन
• दो पुस्तकें- 1 'अंजाम-ए-गुलिस्तां क्या होगा' (व्यंग्य संग्रह) 2 'तुम जहां भी हो' (कविता संग्रह) प्रकाशित.
सम्मान
• कविता संग्रह- 'तुम जहां भी हो' के लिये मध्यप्रदेश का प्रतिष्ठित 'वागीश्वरी पुरस्कार' (2020).
विदेश यात्रा: भूटान.
रुचियां: लेखन, अध्ययन, संगीत, फोटोग्राफी, यात्रा, बागवानी.
अन्य जानकारी: फोटोग्राफी में विशेषकर बर्ड फोटोग्राफी इनका क्षेत्र है. पक्षियों की तस्वीरें लेने देश के विभिन्न हिस्सों में यात्रायें करती हैं. अब तक करीब 300 प्रजातियों के पक्षियों की तस्वीरें खींच चुकी हैं. इनकी ली गई तस्वीरें वन विहार में प्रदर्शित हो चुकी हैं व कई किताबों के कवर पेज के रूप में आ चुकी हैं. स्वभाव से यायावर व प्रकृति प्रेमी होने के कारण लगभग पूरा देश घूम चुकी हैं.