जन्म: 21 मई, स्थान: देवास.
माता: श्रीमती कुमुद कानूनगो, पिता: श्री बृजेश कानूनगो.
जीवन साथी: संकल्प बक्षी.
शिक्षा: बीएससी (कम्प्यूटर साइंस) होलकर विज्ञान स्वशासी महाविद्यालय, इंदौर -(2007), मास्टर ऑफ बिज़नेस एडमिनिस्ट्रेशन (फाइनेंस) – गोविंद राम सेकसरिया इंस्टीट्यूट ऑफ मैनेजमेंट, इंदौर (2011), डिप्लोमा (जर्नलिज्म एंड मास कम्युनिकेशन्स -2015).
व्यवसाय: आकाशवाणी रेडियो जॉकी/वॉइस आर्टिस्ट/स्वतंत्र लेखन.
करियर यात्रा: वर्ष 2011 से आकाशवाणी, इंदौर में केज़ुअल एनाउंसर के तौर पर कार्य करना शुरू किया. वर्ष 2013 तक यहाँ कार्य करने के बाद इसी वर्ष आकाशवाणी की विविध भारती सेवा, मुंबई में कार्य करने का अवसर मिला. विविध भारती, मुम्बई में जयमाला, हिट-सुपरहिट, गाने नए जमाने के आदि जैसे लोकप्रिय व उत्कृष्ट कार्यक्रमों की स्वतंत्र रूप से प्रस्तुति. वर्ष 2014 में आकाशवाणी, हैदराबाद केंद्र के ‘रेनबो चैनल’ में 3 वर्षों तक कार्य किया. वहां के लोकप्रिय कार्यक्रम ‘गीत गाता चल’, ‘रेट्रो ऑवर’ और ‘दिल की बात’ जैसे विशिष्ट फोन इन कार्यक्रमों को खूब पसंद किया गया. वर्तमान में पुणे आकाशवाणी केन्द्र के लिए कार्यक्रम प्रस्तुति. साथ ही शार्ट फिल्मों, डॉक्यूमेंट्री आदि में वॉइस ओवर (आवाज़) देने का कार्य भी जारी.
उपलब्धियां/पुरस्कार
• डॉक्यूमेंट्री फ़िल्म में आवाज़ देने का अवसर मिला
• आकाशवाणी के राष्ट्रीय प्रसारण में ‘विज्ञान पत्रिका’ कार्यक्रम हेतु पुणे केंद्र की ओर से राष्ट्रीय रसायन प्रयोगशाला के जाने माने वैज्ञानिक डॉ. मुकुंद वी देशपांडे का साक्षात्कार
• आकाशवाणी की राष्ट्रीय सांस्कृतिक पत्रिका ‘संस्कृति भारती’ के लिए सावित्री बाई फुले पर संवाद
• आकाशवाणी से रचनाओं का प्रसारण एवं कार्यक्रम प्रस्तुतियां
• बाल कहानियों पर केंद्रित श्री ब्रजेश कानूनगो का संग्रह ‘फूल शुभकामनाओं के’ पर निर्मित एनीमेशन फ़िल्म का डायरेक्शन (यू-ट्यूब पर उपलब्ध)
• प्रसार भारती, आकाशवाणी स्टाफ ट्रेनिंग इंस्टिट्यूट, आकाशवाणी, दिल्ली से ‘वाणी’ प्रमाण पत्र (2011) प्राप्त.
पुरस्कार: मध्यप्रदेश हिंदी साहित्य सम्मेलन द्वारा वर्ष 2018 में कविता लेखन के लिए ‘पुनर्नवा’ नवलेखन.
विदेश यात्रा: सेन डिएगो, लॉस एंजेलिस (अमेरिका) हांगकांग, बांग्लादेश.
रुचियां: लेखन, डांस, ऑडियो ब्लॉगिंग, पर्यटन और प्रकृति प्रेम.
अन्य जानकारी: बचपन से ही साहित्यिक माहौल मिला. पिता श्री ब्रजेश कानूनगो (वरिष्ठ साहित्यकार) से लेखन की बारीकियां सीखी और लेखन कार्य प्रारम्भ किया. जनसत्ता, नईदुनिया, दैनिक जागरण, सुबह सवेरे, कादम्बिनी, वीणा, क्षितिज, साप्ताहिक उपग्रह, न्यूज फॉक्स, हिंदी मिलाप सहित अनेक पत्र-पत्रिकाओं आदि में वैचारिक आलेख, कविताएं, कहानियां और संस्मरण आदि प्रकाशित. हैदराबाद केंद्र के ‘रेनबो चैनल’ के लोकप्रिय कार्यक्रम ‘गीत गाता चल’, ‘रेट्रो ऑवर’ और ‘दिल की बात’ जैसे विशिष्ट फोन इन कार्यक्रमों को खूब पसंद किया गया. वार्ताएं, साक्षात्कार, संवाद, रेडियो पत्रिकाओं के लिए कार्यक्रम आदि प्रस्तुतियों को राष्ट्रीय प्रसारण में शामिल किया गया.