जन्म दिनांक: 30 जून, जन्म स्थान: इंदौर.
माता: श्रीमती विभा नरगुंदे, पिता: श्री शरद नरगुंदे.
जीवन साथी: श्री ऋतुराज सिंह धतरावदा. संतान: पुत्री- 01.
शिक्षा: बी.कॉम, एम कॉम, एम.एम.सी, फिल्म एप्रिसिएशन कोर्स, पीएच.डी.
व्यवसाय: प्राध्यापक (जनसंचार एवं पत्रकारिता).
करियर यात्रा: पत्रकारिता एवं जनसंचार में पोस्ट ग्रेजुएशन तथा इसी में पीएच.डी प्राप्त की. मीडिया अध्ययन-अध्यापन में विगत 18 वर्षों से निरंतर संलग्न. वर्तमान में देवी अहिल्या विश्वविद्यालय की पत्रकारिता एवं जनसंचार अध्ययनशाला में विभागाध्यक्ष तथा लेखन कार्य जारी.
उपलब्धियां/सम्मान
प्रकाशन
5 पुस्तकों का लेखन- 1. विकास संचार अवधारणाएं एवं प्रारूप, 2. 16 दिसंबर और मीडिया, 3. बहुआयामी हिंदी सिनेमा भाग- 1, 4. सहभागी संचार विकास का आधार तथा महिला व्यक्तित्व के विविध आयामों पर लिखा काव्य संग्रह ‘वह’.
संपादन- बाल अधिकार और मीडिया, जलवायु परिवर्तन और मीडिया, सशक्त नारी सार्थक संवाद, वूमेन एंपावरमेंट एंड मीडिया, डिजिटल मीडिया और हिंदी, नया मीडिया नई भाषा आदि पुस्तकों का संपादन. अनेक काव्य संग्रह में रचनाएं प्रकाशित.
• 10 पुस्तकों का संपादन.
• 90 शोध पत्रों का प्रकाशन.
सम्मान
• भारत सरकार के सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय द्वारा पुस्तक ‘विकास संचार अवधारणाएं एवं प्रारूप’ के लिए भारतेंदु हरिश्चंद्र पुरस्कार.
• प्रतिष्ठित पत्र-पत्रिकाओं में 400 आलेख प्रकाशित.
रुचियां: लेखन, भ्रमण, पुस्तक वाचन, प्रकृति संरक्षण, पारंपरिक पद्धतियों के प्रति लगाव, सिनेमा, टीवी देखना, भारतीय खानपान की जानकारियां एकत्रित करना, कुकिंग.
अन्य जानकारी: जागृत मालवा के संपादक मंडल में शामिल, हिंदी की सेवा हेतु हिंदी भाषा डॉट कॉम पोर्टल तथा विविध गैर सरकारी संगठनों में सलाहकार के रूप में कार्यरत, सामाजिक तथा मीडिया अनुसंधान के क्षेत्र में उल्लेखनीय गतिविधियां. मीडिया अध्ययन में अनेक नवाचारों का योगदान. हिन्दी के लिए निरंतर सेवारत, साहित्य गोष्ठियों में शिरकत, अनेक मंचों पर संचालन