अगस्त, 1997 में सर्वोच्च न्यायालय के तीन न्यायमूर्तियों की पीठ ने कार्यस्थल पर महिलाओं के यौन उत्पीड़न को रोकने के लिए एक महत्वपूर्...
महिलाओं के विरुद्ध हिंसा के पीछे दहेज़ प्रमुख कारणों में से एक है। शारीरिक-मानसिक यातनाओं के अलावा कई बार दुल्हनों की हत्या तक हो ज...
वर्ष 2005 में घरेलू हिंसा से महिला संरक्षण अधिनियम – 2005 पारित किया गया। इसमें घरेलू हिंसा को परिभाषित करने एवं उसके प्रतिकार के...
बलात्कार को भारतीय दंड संहिता की धारा धारा 375, में बलात्संग के रूप में परिभाषित किया गया है। यह अत्यंत जघन्य अपराध है। यह अपराध...
राष्ट्रीय अपराध ब्यूरो की अंतिम 2017 की रिपोर्ट अक्तूबर 2019 में जारी की गई, जिसके अनुसार वर्ष 2017 के आंकड़ों के अनुसार मध्यप्रदेश...
डॉ. गौर ने ही वक़ालत के पेशे में लैंगिक भेदभाव ख़त्म करने के लिए 28 फरवरी 1923 को बिल पेश किया, जमकर बहस की और “लीगल प्रैक्टिशनर (वू...