भोपाल की बेटी को नहीं भूलेगी अमेरिका की वेनिसा

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भोपाल की बेटी को नहीं भूलेगी अमेरिका की वेनिसा

डेंटिस्ट से आर्टिस्ट बनीं भोपाल की तेजस्वनी की एक पेंटिंग अमेरिका में खासी मशहूर हो रही है। इस पेंटिंग की अपनी एक कहानी है। अमेरिका के रॉकफोर्ड शहर में रहने वाली वेनिसा जब 7 महीने की गर्भवती थीं, तब उनके पिता की मौत हो गई थी। वेनिसा ने जब बेटी को जन्म दिया तो उन्हें यही अफसोस होता था कि उनकी बेटी जिया अपने नाना से नहीं मिल पाई।

वेनिसा के पति ग्रेग अमेरिकी राष्ट्रपति बराक ओबामा के समय व्हाइट हाउस में शेफ रहे हैं। उन्होंने सोशल मीडिया पर एक ऐसे आर्टिस्ट की तलाश शुरू की, जो नाना और नातिन की साथ पेंटिंग बना सके। इत्तेफाक से सोशल मीडिया पर उन्होंने भोपाल की युवा आर्टिस्ट तेजस्वनी शर्मा की प्रोफाइल देखी। जो पोर्ट्रेट से भरी पड़ी थी।

ऐसा गिफ्ट… 15 दिन में तैयार हो गई पेंटिंग, 17वें दिन उसे अमेरिका भेज दिया

ग्रेग ने 1 दिसंबर 2020 को तेजस्वनी से सोशल मीडिया के जरिए संपर्क किया। उन्हें वेनिसा के मन की बात बताई और एक लाइव पोर्ट्रेट बनाने को कहा। तेजस्वनी ने नाना और नातिन की पासपोर्ट साइज फोटो मेल पर मंगाई और इस ऑर्डर को 15 दिन में पूरा कर दिया। ठीक 17 दिन बाद उन्होंने पेंटेड पोर्ट्रेट बनाकर अमेरिका भेजा, जो 24 दिसंबर को यानी क्रिसमस से ठीक एक दिन पहले वेनिसा के घर पहुंची।

निसा ने जब इस गिफ्ट को खोला तो उनकी जुबान से शब्द गुमशुदा हो गए और भावनाएं आंखों से बहने लगीं। वेनिसा कहती हैं, इस पोर्ट्रेट में जिया और उसके नाना आज भी साथ जी रहे हैं। यूं तो तेजस्वनी डेंटिस्ट हैं, 2016 में भोपाल से बीडीएस किया है। लेकिन हमेशा से पेंटिंग को अपना प्रोफेशन बनाना चाहतीं थीं। अब डॉक्टरी छोड़ फुल टाइम पेंटिंग करने लगीं हैं। 500 से ज्यादा लोग उन्हें ऑर्डर देने के लिए पूछ चुके हैं। अगली क्रिसमस तक उनके पास फुर्सत नहीं है।

नाना-नातिन के रिश्ते की कल्पना से बोर्ड पर पेंसिल-ब्रश खुद-ब-खुद चलने लगे
तेजस्वनी कहतीं हैं, वेनिसा ने इस पोर्ट्रेट को सोशल मीडिया पर शेयर किया तो यह वायरल हो गई। इस पर 31 हजार से ज्यादा री-ट्वीट मिल चुके हैं। बीते 15 दिन में अमेरिका के अलावा यूके, ऑस्ट्रेलिया, नाॅर्वे, रूस, इजरायल, ब्राजील, मैक्सिको, फ्रांस, स्पेन, सूडान से ऐसे ही पोर्ट्रेट के लिए 50 ऑर्डर मिले हैं। तेजस्वनी कहती हैं अमेरिका के इस ऑर्डर में चैलेंज था- नाना-नातिन के रिश्ते की कल्पना करना। जब भाव जागे तो कार्ड बोर्ड पर पेंसिंल और ब्रश खुद-ब-खुद चलने लगे और मैंने पेंटिग तैयार कर दी।

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