कमल जी ने जावेद अख़्तर की माता जी सफ़िया आपा से भी तालीम हासिल की थी और शायरी और कविताएं लिखना शुरू किया।
मध्य प्रदेश सहित भारत के राष्ट्रीय पटल पर मालवा की बोली मालवी को संरक्षित करने का प्रयास कर रही है आगर मालवा की बेटी हेमलता 'भोली...
वे मात्र 12 साल की थीं जब उनकी पहली कहानी प्रकाशित हुई। पढ़ाई में वे ठीक-ठाक ही थीं, लेकिन स्कूली किताबों से इतर उन्हें पढ़ने का भार...
सुषमा जी का लेखन कार्य इतना विशाल है कि इनके व्यक्तित्व और कृतित्व पर लगभग 10 शोध कार्य किए जा चुके हैं। उनकी अनेक कहानियों का नाट...
पन्ना में जिला चिकित्सा अधिकारी रहते हुए वीणा जी ने लोगों की खूब काउंसलिंग की। वहीं उन्होंने साहित्य सृजन को मूर्त रूप दिया।
वर्ष 1992 में एक अख़बार में भारत सरकार के पर्यावरण मंत्रालय का फिल्म स्क्रिप्ट लेखन का विज्ञापन पढ़ने के बाद मीनाक्षी जी ने विचारों...