नृत्य का जन्म तो मनुष्य के पैदा होने के साथ ही हो गया था। पैदा होते ही बच्चा सबसे पहले जब हाथ-पैर हिलाता है वहीं से आगिंक अभिनय की...
हिन्दुस्तानी समाज की यह बदकिस्मती है कि यहां समाज को विभाजित करने की प्रवृत्ति रही है। मसलन वर्ण के आधार पर, धर्म के आधार पर, जाति...
भारत के हृदय प्रदेश में अनेक ऐसी विभूतियां हुई हैं जिन्होंने भारत वर्ष के सांस्कृतिक दूत की भूमिका अपनी कला,पहनावे, खान-पान की शैल...
लयशाला की संस्थापक और सुप्रसिद्ध नृत्यांगना सविता गोडबोले का जीवन ‘कथक’ नृत्य के लिए समर्पित रहा। वे सुविख्यात नर्तक लच्छू महाराज...
डॉ. विभा दधीच का जन्म 12 मार्च 1954 को अविभाजित मध्यप्रदेश के बिलासपुर में हुआ। उनके पिता स्व. भ्रमर गुप्ता प्रसिद्ध गांधीवादी स्व...
भरतनाट्यम के क्षेत्र में मध्यप्रदेश को पहचान दिलाने वाली प्रसिद्ध नृत्यांगना लता मुंशी का जन्म मध्यप्रदेश के कटनी के पास कैमूर कस्...